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डॉक्टर्स की हड़ताल से प्रदेशभर में इलाज के लिए परेशान हो रहे हैं मरीज, देखें लाइव अपडेट

डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से कहीं पर मरीज दर्द से तड़प रहे हैं, तो कहीं बीमारी से जूझ रहे हैं, हालात यह है कि जिनकी मौत हो गई है, उनका पोस्टमार्टम भी नहीं होने से परिजन मृतक के अंतिम संस्कार को लेकर चिंतित हैं।

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डॉक्टर्स की हड़ताल से प्रदेशभर में इलाज के लिए परेशान हो रहे हैं मरीज

डॉक्टर्स की हड़ताल से प्रदेशभर में इलाज के लिए परेशान हो रहे हैं मरीज

भोपाल. डॉक्टरों की अनिश्चिकालीन हड़ताल से प्रदेशभर में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, हजारों डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से कहीं पर मरीज दर्द से तड़प रहे हैं, तो कहीं बीमारी से जूझ रहे हैं, प्रदेश के अधिकतर अस्पतालों में हालात बद् से बद्तर होते जा रहे हैं, हालात यह है कि जिनकी मौत हो गई है, उनका पोस्टमार्टम भी नहीं होने से परिजन मृतक के अंतिम संस्कार को लेकर चिंतित हैं।

डॉक्टरों की अनिश्चतकालीन हड़ताल के चलते मध्यप्रदेश के हर जिले में स्थिति नाजुक है। अस्पताल में मरीज तो पहुंच रहे हैं, लेकिन उनका इलाज नहीं हो रहा है, ऐसे में अधिक परेशानी उन मरीजों को आ रही है, जो गांव या कस्बों से जिला चिकित्सालय पहुंचे हैं, उन्हें बगैर इलाज कराए ही घर लौटना पड़ रहा है।

भोपाल में डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते ढ़ाई दर्जन से अधिक ऑपरेशन टाल दिए गए हैं, यहां के हमीदिया अस्पताल में १५० से अधिक प्राइवेट डॉक्टर्स की सेवाएं ली जा रही है, ताकि गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों की जान को खतरा नहीं रहे उनका इलाज चलता रहे।

जबलपुर में वैसे तो डॉक्टर्स की हड़ताल है, लेकिन डॉक्टरों का यह भी कहना है कि हम ऐसे मरीज का इलाज करेंगे, जिसका इलाज नहीं करने से उसकी मौत हो सकती है, ऐसे में वे ओपीडी में किसी भी मरीज को नहीं देख रहे हैं, लेकिन कोई बहुत ही गंभीर मरीज आता है तो उसे वे देखेंगे, उसका इलाज करेंगे, जमीनी हालात बहुत खराब हो चुके हैं, प्रशासन द्वारा प्राइवेट डॉक्टर्स के माध्यम से जो सेवाएं देने का दावा किया जा रहा है वह भी मरीजों को ठीक से नहीं मिल पा रही है।

डॉक्टर्स की अनिश्चिकालीन हड़ताल का असर मध्यप्रदेश के इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन सहित अन्य बड़े शहरों में भी नजर आ रहा है। शहरों सहित आसपास के क्षेत्र से इलाज कराने आ रहे मरीजों को इलाज नहीं मिलने के कारण काफी परेशानी हो रही है। कुछ मरीज परेशान होकर प्राइवेट अस्पतालों में जा रहे हैं, तो कुछ आर्थिक समस्या होने के कारण बगैर इलाज कराए ही घर जा रहे हैं। ऐसे में अगर जल्द ही हड़ताल खत्म नहीं होती है तो हालात और भी बद्तर हो सकते हैं।

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मेडिकल कॉलेज से बुलाने पड़े डॉक्टर्स
देवास. विभिन्न मांगों को लेकर जिला अस्पताल सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में प्रशासन द्वारा अमलतास मेडिकल कॉलेज से दो दर्जन से अधिक डॉक्टरों को बुलाया गया, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की बड़ी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

इटारसी में अस्पताल अधीक्षक ने संभाला मोर्चा
इटारसी जिले में 11 से अधिक डॉक्टर्स के हड़ताल पर होने के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, ऐसे में अस्पताल अधीक्षक डॉ राकेश चौधरी सहित अन्य डॉक्टर्स ने मोर्चा संभाला और मरीजों को देखकर उनका इलाज किया।

हड़ताल पर डॉक्टर्स, इमरजेंसी में हुआ इलाज

शाजापुर. शासकीय व अशासकीय मध्यप्रदेश डॉक्टर्स महासंघ के आह्वान पर बुधवार को शाजापुर जिले के समस्त डॉक्टर कार्य बंद हड़ताल पर बैठे रहे। लेकिन जिला अस्पताल में इमरजेंसी सुविधा उपलब्ध रही। ऐसे में आपातकालीन स्थिति में आनेवाले मरीजों का इलाज भी किया गया। डॉक्टर्स का कहना है कि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हड़ताल अनिश्चतकालीन समय तक जारी रहेगी।

डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज परेशान
छतरपुर. डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है,हालांकि प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के रुप में जूनियर डॉक्टर व आयुष डॉक्टरों को जिला अस्पताल में तैनात किया है। लेकिन इस वैकल्पिक व्यवस्था से काम नहीं चल पा रहा है, मरीजों की तुलना में डॉक्टरों की कमी होने से मरीजों को इलाज के लिए लंबी लाइन में खड़ा होकर अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ रहा है।