केन बेतवा लिंक परियोजना के अंतर्गत दौधन बांध भी बनाया जाएगा। दौधन बांध करीब 4 हजार करोड़ में बनाया जाएगा। यह इलाके का सबसे बड़ा बांध होगा। पूरी परियोजना के लिए इसबार बजट में अच्छी खासी राशि मिलने की आस है। बताया जा रहा है कि केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए 2 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया जा सकता है।
परियोजना में केन और बेतवा नदी को जोड़ा जाना है। पिछली बार के बजट में इस परियोजना के लिए साढे तीन हजार करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई थी। दरअसल राज्य और केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव के पहले इस परियोजना को प्रारंभ करना चाहती है।
परियोजना पर कुल 45 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। परियोजना से मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड इलाके को सबसे ज्यादा फायदा होगा। एमपी के पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन को मिलाकर 9 जिले इसमें शामिल हैं। यूपी के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जिले बुंदेलखंड इलाके में शामिल हैं।
छतरपुर जिले के आठ गांव विस्थापित किए जाने हैं। हर विस्थापित परिवार को पीएम आवास योजना से न्यूनतम 50 वर्गमीटर का नवनिर्मित मकान व प्रतिमाह तीन हजार रुपए जीवन निर्वहन भत्ता दिए जाने की योजना है।
केन बेतवा लिंक परियोजना एक नजर में
1. 44 हजार 605 करोड़ के लगभग परियोजना की लागत।
2. परियोजना से मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को सिंचाई सुविधा
3. 62 लाख लोगों को पीने का पानी मिलेगा।
4. दौधन बांध का निर्माण करीब 4 हजार करोड़ से होना है।
5. परियोजना से एमपी के टीकमगढ़, पन्ना तथा छतरपुर जिले को फायदा होगा।
परियोजना में अब तक ये हुआ
— पन्ना और छतरपुर में जमीन हस्तांतरण
— दोनों जिलों की 5480 हेक्टेयर सरकारी जमीन हस्तांतरित करने की औपचारिकताएं पूरी
— राज्य सरकार ने नौरादेही अभयारण्य को प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत लाने की अनुमति दी