ज्योतिरादित्य सिंधिया – यूपीए की सरकार बनने पर कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को सबसे अहम विभाग मिलना तय है। उन्हें विदेश या रक्षा जैसा अहम विभाग मिल सकता है। सिंधिया इस समय कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हैं। वे यूपीए सरकार में मंत्री भी रहे हैं।
कांतिलाल भूरिया – यूपीए सरकार बनने और भूरिया के चुनाव जीतने पर उनकी अहम भूमिका तय है। आदिवासी चेहरे के साथ ही भूरिया छठवीं बार सांसद बनने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। वे 2014 में यहां से भाजपा के दिलीप भूरिया से हारे थे। 2015 में हुए उपचुनाव में उन्होंने ये सीट वापस ले ली।
दिग्विजय ङ्क्षसह – भोपाल सीट से चुनाव मैदान में उतरे दिग्विजय यूपीए की सरकार बनने पर बड़े पद पर काबिज होंगे। वे राज्यसभा के सदस्य हैं, इसलिए भोपाल सीट पर प्रज्ञा ठाकुर से कड़ी टक्कर के बावजूद उनका भविष्य सुरक्षित है।
सुरेश पचौरी – यूपीए की सरकार बनी तो पचौरी को भी मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है। आने वाले वक्त में उन्हें राज्यसभा मेंं भेजा जा सकता है।
अरुण यादव – खंडवा सीट से चुनावी मैदान मेंं उतरे यादव यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वे एक बार फिर सरकार बनने पर मंत्री पद के दावेदार होंगे, लेकिन खंडवा में उन्हें नंदकुमार चौहान से कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है।
– कमलनाथ का बढ़ेगा कद
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ इस बार चुनाव में प्रदेश में केंद्रीय भूमिका में रहे हैं। उन्होंने पूरे प्रदेश में 132 सभाएं कीं और हर सीट पर पहुंचे। कांग्रेस की सरकार बनने पर कमलनाथ का कद बढऩा तय है।