क्या है लाफ्टर थैरेपी
एक्सपर्ट कहते हैं कि सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ आहार और अच्छी लाइफस्टाइल जरूरी है। लोग हेल्दी रहने के लिए कई सारे तरीके अपनाते हैं। इन्हीं तरीकों में से एक है लाफ्टर थैरेपी। ये हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दिनों-दिन बेहतर होता जाता है। यही वजह है कि हर साल लोगों को हंसने के लिए प्रेरित करने और इसे लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल मई के महीने में लाफ्टर डे मनाया जाता है।
लाफ्टर थैरेपी के फायदे कर देंगे हैरान
बता दें कि लाफ्टर थैरेपी के दौरान जब हम जोर-जोर से हंसते हैं तो हार्ट की एक्सरसाइज होती है, रक्त प्रवाह बढ़ जाता है। हंसने से एंडोर्फिन नाम का केमिकल निकलने लगता है, जो हार्ट को मजबूत बनाता है। रोज 10-15 मिनट हंसने से बीपी, कॉलेस्ट्रोल जैसी बीमारियां आपसे कोसों दूर रहती हैं। जिन लोगों का सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा होता है या जो मजाकिया होते हैं उनकी उम्र लंबी होती है। लाफ्टर थैरेपी संक्रामक रोगों से भी बचाती है।जानें पहली बार कब मनाया गया World Laughter Day
लोगों के बीच खुशियां बांटने के मकसद से हर साल मई के पहले रविवार (May First Sunday) को वर्ल्ड लाफ्टर डे (World Laughter Day) मनाया जाता है। इस तरह से इस साल 2024 में ये खास दिन 5 मई को सेलिब्रेट किया जाएगा। इस दिन को हर साल दुनियाभर के करीब 70 से ज्यादा देशों में मनाया जाता है। बेहद कम लोग ही जानते होंगे कि इस दिन की शुरुआत भारत से हुई है।- सबसे पहले लाफ्टर डे 10 मई, 1998 को भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में मनाया गया था।
- वर्ल्ड लाफ्टर डे की शुरुआत हंसी योग आंदोलन के संस्थापक डॉ. मदन कटारिया ने की थी।
- उनका कहना था कि चेहरे की हरकत किसी व्यक्ति की मानसिक स्थिति को दर्शा सकती है।
- साथ ही विशेषज्ञों का भी यह मानना है कि हंसी सेहत के लिए एक सबसे अच्छी दवा है।
- इतना ही नहीं कई अध्ययनों में भी यह साबित हुआ है कि हंसना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
- ऐसे में इस दिन को मनाने का उद्देश्य हंसी के माध्यम से भाईचारे और दोस्ती की वैश्विक चेतना पैदा करना है।