
नगीना उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र मे से एक है बिजनौर में स्थित नगीना लोकसभा क्षेत्र नए परिसीमन की सिफारिश के बाद बनी थी। यह सीट 16 लाख वोट वाली है, यहां मुस्लिम मतदाता 6 लाख हैं। वहीं अनुसूचित जनजाति के वोटर तीन लाख से अधिक हैं। ऐसे में यह सीट बड़े नेताओं के लिए सुरक्षित कही जा सकती है। मायावती 1989 में यहीं से लड़कर संसद पहुंची थीं। 2014 के चुनाव में यशवंत सिंह ने इस सीट से जीत हासिल की थी। 2019 के चुनाव में बसपा के गिरीश चंद ने इस सीट को जीता था। राजधानी दिल्ली से नगीना की दूरी 180.4 किलोमीटर है
17वीं लोकसभा के कार्यकाल में कुछ दिन बचे हैं। यूपी के कुल 80 सांसदों ने अपने क्षेत्र और जनता के विकास के लिए 5 साल लिए हैं। संसद में उनका प्रतिनिधित्व किया है। सांसदों के काम-काज का लेखा-जोखा रिपोर्ट कार्ड के रूप में पेश कर रहे हैं।
इस रिपोर्ट कार्ड में हम बताएंगे कि उन्होंने जिले के विकास के लिए संसद में कितने सवाल पूछे हैं। उनकी हाजिरी कितनी रही। महंगाई, बेरोजगारी, खेती-किसानी, महिलाओं, युवाओं और खेल से जुड़े मुद्दों पर उन्होंने कितने डिबेट में हिस्सा लिया है। चुनाव से पहले उन्होंने जनता के सामने जो वादे किए थे उनमें से कितना धरातल पर उतरा।
सीधे-सीधे कहें तो उनका काम ही उनके पासिंग परसेंटेज का आधार बनेगा। फिर आप यानी जनता-जनार्दन तय करेंगे कि माननीय नेताजी कितने नंबरों और किस डिवीजन में पास हुए।
सांसदों के रिपोर्ट कार्ड उत्तर प्रदेश की पॉपुलर सीटों मे से एक नगीना लोकसभा की सीट है। यहाँ से बहुजन समाज पार्टी के 60 साल के गिरीश चंद सांसद है। गिरीश चंद ने 2019 मे नगीना लोकसभा सीट पर गठबंधन ने जीत हासिल की है यह सीट बसपा के खाते मे पहली बार गई है। बसपा प्रतयाशी गिरीश चंद ने बीजेपी सांसद डॉ यशवंत सिंह को चुनाव मे कड़ी मात दी है। उन्होंने यशवंत सिंह को 1,66,832 वोटों से हराया। नगीना सीट पर काँग्रेस प्रात्यशी और पूर्व मंत्री ओमवती अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई।
गिरीश चंद की डिबेट मे हिस्सेदारी 221 है
डिबेट मे हिस्सा लेने का नेशनल एवरेज 46.7 है
यूपी के सांसदों का एवरेज 60 है
सोर्स पीआरएस
-ऐतिहासिक श्री राम मंदिर निर्माण एवं श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर चर्चा
-सत्रहवीं लोकसभा के पंद्रहवें सत्र के समापन पर समापन संदर्भ
-न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की पेशकश पर किसान यूनियनों को दिए गए आश्वासन को पूरा करने का अनुरोध
-एनएच परियोजना, उत्तर प्रदेश के अंतर्गत चंदनपुर से प्रयागराज तक सड़क का निर्माण कराने का अनुरोध
गिरीश चंद ने 104 सवाल पूछे
संसद मे सवाल पूछने का नेशनल एवरेज 210
यूपी के सांसदों के सवाल पूछने का एवरेज 151
-औषधीय पौधों के पौधों का वितरण
-ईंट-भट्ठा उद्योग में कार्यरत श्रमिक
-दिव्यांग बच्चों की शिक्षा और उनके लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा
अल्पसंख्यकों का शैक्षिक और आर्थिक सशक्तिकरण
कुल मिले बजट : 9.5 करोड़ रुपए
बचा हुआ बजट : 1.52 करोड़ रुपए
समयकाल : साल 2019 से लेकर 2023 तक
सोर्स : MP Lads
सांसदों के हाजिरी का नेशनल एवरेज 79%
यूपी के सांसदों के हजिरी का एवरेज 83%
नेशनल एवरेज से 12% आगे
UP एवरेज से 8% आगे है
समयकाल : बजट सेशन 2019 से लेकर विंटर सेशन 2023
सोर्स: पीआरएस इंडिया
सांसद गिरीश चंद ने अपने 5 साल के कार्यकाल मे कोई भी प्राइवेट मेंबर बिल पेश नहीं किया।
(इस खबर के शोध कार्य में शिवम ठाकुर ने मदद की है। वह पत्रिका डिजिटल के साथ इंटर्नशिप कर रही हैं।)
Updated on:
02 May 2024 08:32 pm
Published on:
02 May 2024 08:21 pm
बड़ी खबरें
View Allबिजनोर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
