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हाथों की मेंहदी भी नहीं छूटी थी और ससुराल में जली हुई मिली नई दुल्हन की लाश सीपत थाना क्षेत्र निवासी 25 वर्षीय एक महिला के अनुसार फेसबुक के माध्यम से उसका परिचय सीपत थाने में पदस्थ आरक्षक सुरजीत सिंह जायसी से हुआ। दोनों की दोस्ती परवान चढ़ी और दोनों एक-दूजे के हो गए। शादी के बाद पति सुरजीत सिंह और ससुराल पक्ष के लोग उसे दहेज के प्रताडि़त करने लगे। आखिरकार तंग आकर महिला ने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद महिला थाने में आरोपी पति सुरजीत सिंह, रघुवीर सिंह, सास सुलोचना जायसी और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
आरोपियों ने अग्रिम जमानत के लिए जिला कोर्ट में आवेदन लगाया, जिसे सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया गया। सुनवाई के बाद कोर्ट ने आरोपी पति सुरजीत और रघुवीर का आवेदन खारिज कर दिया। अन्य को अग्रिम जमानत दे दी गई। महिला का आरोप है कि जमानत मिलने के बाद 17 जुलाई 2019 की शाम करीब 4 बजे वह सरकंडा पुल के पास थी। इसी बीच कार क्रमांक सीजी 10 एलए 2522 में सवार होकर आरोपी पति सुरजीत सिंह, रघुवीर सिंह, सास सुलोचना जायसी, देवर साहिल जायसी और दो-तीन अन्य लोग आए और उसे रोककर गंदी-गंदी गालियां देने लगे। आरोप है कि सास सुलोचना जायसी ने उसे धमकाते हुए कहा कि उन्हें दो मिनट में जमानत मिल गई है। अगर वह केस वापस नहीं लेती है तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
read more- जिंदगी से ऊब गई हूं, जीने की बिल्कुल इच्छा नहीं है, मेरी मौत पर किसी को दोषी न ठहराया जाए और… महिला थाना पर शह देने का आरोपमहिला के अनुसार 17 जुलाई की घटना के बाद वह महिला थाने गई और आपबीती बताई। आरोप है कि महिला थाने की पुलिस कर्मी ने उससे कहा कि यदि उकसाओगे तो यही होगा। महिला का आरोप है कि पुलिस विभाग का होने के कारण उसके पति को महिला थाने की भी शह मिल रही है।
कलेक्टर और एसपी तक पहुंचा मामला
महिला सोमवार को कलेक्टोरेट आई थी (Dowry case)। उसने कलेक्टर और एसपी(police sp)के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। इसमें उसने कहा है कि फरार दोनों आरोपी सुरजीत सिंह और रघुवीर सिंह की गिरफ्तारी सात दिनों में नहीं होती है तो वह एसपी कार्यालय आकर मिट्टीतेल डालकर आत्मदाह (Bride warned suicide)कर लेगी, जिसकी जवाबदारी शासन और प्रशासन की होगी।