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व्यापारी बोले- साहब इस शहर को बिलासपुर ही रहने दो इसे दिल्ली न बनाओ

व्यापारियों ने जताई असहमति कहा संघ के पदाधिकारियों से चर्चा कर रखेंगे बात

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व्यापारी बोले- साहब इस शहर को बिलासपुर ही रहने दो इसे दिल्ली न बनाओ

व्यापारी बोले- साहब इस शहर को बिलासपुर ही रहने दो इसे दिल्ली न बनाओ

बिलासपुर. नगर निगम प्रशासन ने पुराने बस स्टैंड को ढहाकर यहां स्मार्ट सिटी की तर्ज पर तीन मंजिला व्यवसायिक काम्पलेक्स बनाने की तैयारी में है। इसके लिए बैठक आयोजित कर व्यापारियों से राय मांगी गई। व्यापारियों ने इसमें असहमति जताई है और कुछ ने तो ये भी कहा कि इसे बिलासपुर ही रहने दें दिल्ली न बनाएं। इस बात का खुलास तब हुआ जब यहां के कारोबारियों को तलब कर पूरी प्लानिंग बताई गई। व्यापारियों ने सड़क की दुकानों को छोड़कर अंदर जाने और पहले से ही कर्ज में लदे होने के कारण फंड देने में असमर्थता जाहिर कर असहमति जता दी। उपायुक्त के दुबारा समझाने के बाद व्यापारियों ने संघ के सदस्यों से चर्चा करने के बाद इस संबंध में कुछ भी कहने की बात कही है।
नगर निगम प्रशासन ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पुराने बस स्टैंड परिसर की दुकानों और पुराने स्ट्रक्चर को ढहाकर यहां तीन मंजिला व्यवसायिक काम्पलेक्स की योजना तय की है। इस काम्पलेक्स का निर्माण राजीव प्लाजा की तर्ज पर निजी निर्माण कंपनी से कराया जाएगा जो यहां काम्पलेक्स का निर्माण कराने के बाद दुकानों को बेचेगा और इसके बाद निगम को यहां से मासिक आमदनी मिलेगी। निगम प्रशासन की सूचना पर पुराने बस स्टैंड के व्यापारी गुरुवार को निगम कार्यालय विकास भवन के दृष्टि सभा कक्ष पहुंचे।
उपायुक्त खजांची कुम्हार और बाजार विभाग के प्रभारी अनिल सिंह ने उन्हें प्रोजेक्टर के माध्यम से पूरी प्लानिंग दिखाई और इस बारे में कारोबारियों से राय मांगी। कारोबारियों ने कहा कि उनकी दुकान सड़क किनारे है इसलिए उन्हें सड़क से लगी दुकान चाहिए तो किसी ने यह कहकर आपत्ति जताई कि बस स्टैंड को अन्यत्र स्थानांतरित करने के बाद वैसे भी उनका कारोबार पूरी तरह से बैठ गया है। वे कर्जे पर हैड्ड दुकान खरीदने के लिए वे भारी भरकम रकम कहां से लाएंगे। तो किसी ने यह कहकर निगम की योजना को दरकिनार करने की कोशिश की कि बिलासपुर को बिलासपुर ही रहने दें दिल्ली, मुंबई न बनाएं।
हो हंगामे के बाद जब दुबारा बैठक हुई उपायुक्त ने व्यापारियो से कहा कि हमने नक्शा तैयार करा लिया है, आप इस बारें में कोई सुझाव देना चाहें तो एक सप्ताह के अंदर अवगत कराएं ताकि इसमें अपेक्षित बदलाव किया जा सके। व्यापारियों ने संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों से चर्चा करने के बाद इस संबंध में अवगत कराने की बात कही है।
अभी हैं 85 कारोबारी
पुराना बस स्टैंड परिसर में 85 कारोबारी हैं, जिनका व्यवसाय यहां से आवागमन करने वाले यात्रियों पर निर्भर था। पुराना बस स्टैंड के स्थानांतरित होकर परसदा-तिफरा हाईटेक बस स्टैंड में शिफ्ट होने के बाद से इनका कारोबार ठप पड़ गया है। ऊपर से रही सही कसर यहां खोली गई सरकारी शराब दुकान ने पूरी कर दी। यहां खुलेआम मदिरा प्रेमियों द्वारा झुंड में बैठकर शराब पीने के कारण रहा सहा कारोबार भी बंद हो गया।

निगम प्रशासन के बुलावे पर आए हैं, यहां आने के बाद पुराने बस स्टैंड परिसर के दुकानों को ढहाकर यहां नया तीनमंजिला व्यवसायिक काम्पलेक्स बनाने की बात कही गई और पूरी योजना का डेमोस्ट्रेशन दिखाया गया जिस पर व्यापारियों ने असहमति जताई है। निगम प्रशासन के समक्ष व्यापारियों ने भी अपनी बात रखी और एक सप्ताह बाद संघ के पदाधिकारियों से चर्चा कर अवगत कराने की बात कही है।
विक्की आहूजा, अध्यक्ष पुराना बस स्टैंड व्यापारी संघ