इस अवसर पर निवेदिता ने कहा, “आजकल लोग मानसिक स्वास्थ्य और मनोरोग को लेकर भ्रम में है। वे इस बात को स्वीकार नहीं करना चाहते कि शरीर के दूसरे अंगों की तरह दिमाग भी बीमार हो सकता है।” इस वेबिनार को टेक्सास यूनिवर्सिटी में बिजनेस के प्रोफेसर राज रघुनाथन ने भी संबोधित किया। उन्होंने मनोरोग संबंधी चुनौतियों के समाधान के लिए टिप्स सुझाए।