आईआईटी खड़गपुर ने कहा कि इस नई तकनीक के परिणामों को सिंथेटिक वायरल आरएनए का उपयोग करके आरटी-पीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज चेन रिएक्शन) मशीन से प्राप्त किए गए सभी मानक प्रयोगशाला नियंत्रणों का सख्ती से सत्यापन किया गया है।
आईआईटी खड़गपुर के स्कूल ऑफ बायो साइंस के सहायक प्रोफेसर अरिंदम मोंडल ने एक बयान में कहा, “आईआईटी खड़गपुर शोधकतार्ओं द्वारा विकसित पोर्टेबल डिवाइस न केवल कोरोना की जांच करने में सक्षम है, बल्कि यह डिवाइस सामान्य प्रक्रिया का पालन करके आरएनए वायरस के किसी भी अन्य प्रकार के लक्षण का पता लगा सकता है।”
यदि पायलट सुविधा चाहिए तो, आईआईटी खड़गपुर के शोधकतार्ओं द्वारा विकसित किए गए उपकरण की कीमत लगभग 2,000 रुपये होगी।
एक ही पोर्टेबल यूनिट का उपयोग बड़ी संख्या में सैंपलों की जांच में किया जा सकता है। हर जांच के बाद केवल पेपर और कार्ट्रेज बदलने की अवश्यकता होगी।
अईआईटी खड़गपुर ने कहा कि यह उपकरण बाजार में बिकने के लिए तैयार है। कोई भी कॉपोर्रेट या स्टार्ट-अप इसे लेने के लिए संस्थान से संपर्क कर सकता है।