शोध में कहा गया है कि नहाना नींद की गुणवत्ता और बेहतर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि इसका दीर्घकालिक प्रभाव दिल का दौरा, सडन कार्डिक डेथ, और स्ट्रोक जैसे हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है या नहीं।
इसका पता लगाने के लिए, शोधकर्ताओं ने जापान पब्लिक हेल्थ सेंटर में 45 से 59 वर्ष की आयु के 61,000 से अधिक लोगों के स्वास्थ्य डेटा का अवलोकन किया। 1990 में अध्ययन की शुरुआत में, 43,000 प्रतिभागियों ने अपने स्नान की आदतों और जीवन शैली, व्यायाम, आहार, शराब का सेवन, वजन (बीएमआई), औसत नींद की अवधि, चिकित्सा इतिहास और वर्तमान में दवाओं के उपयोग से संबंधितएक विस्तृत प्रश्नावली पूरी की।
दिसंबर 2009 के अंत में प्रत्येक प्रतिभागी की मृत्यु या अध्ययन पूरा होने तक निगरानी की गई। अंतिम विश्लेषण 30,076 लोगों पर आधारित था। निगरानी अवधि के दौरान हृदय रोग के 2097 मामले हुए, जिनमें 275 दिल के दौरे; 53 सडन कार्डिक डेथ और 1769 स्ट्रोक के मामले शामिल थे।
संभावित प्रभावशाली कारकों को ध्यान में रखते हुए डेटा विश्लेषण से पता चला कि सप्ताह में एक या दो बार, बिल्कुल नहीं नहाने की तुलना में रोज गर्म पानी से नहाने वाले लोगों में हृदय रोग का जोखिम 28 प्रतिशत कम था।
शोधकर्ताओं ने कहा कि पिछले कुछ शोधों के अनुसार हॉट टब बाथ उच्च रक्तचाप के कम जोखिम से जुड़ा था, इससे हमें सुझाव मिला कि हॉट टब बाथ से हृदय रोग के जोखिम का कम होना उच्च रक्तचाप की कमी के कारण हो सकता है।
हांलाकि शोधकर्ताओं का कहना है कि गर्म पानी से नहाना फायदेमंद है, लेकिन जरूरत से ज्यादा गर्म पानी, गर्म तापमान और बड़ी उम्र इसके नुकसान के जोखिम का बड़ा सकती है। इसलिए मौसम, उम्र के अनुसार औसत गर्म पानी का उपयोग करें।