
दिमाग में इलेक्ट्रॉनिक तरंगे ज्यादा बनने से मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। इस दौरान मरीज के हाथ-पैरों में जकड़न आती है और मुंह से झाग निकलने लगते हैं।
दिमाग में इलेक्ट्रॉनिक तरंगे ज्यादा बनने से मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। इस दौरान मरीज के हाथ-पैरों में जकड़न आती है और मुंह से झाग निकलने लगते हैं।
वजह : जन्म के समय सिर में चोट लगनेे, ज्यादा शराब पीने, दिमाग में कीड़ों के संक्रमण, टीबी, रसौली, बै्रन हैमरेज, रात को देर से सोने और ज्यादा टीवी देखने से भी मिर्गी के दौरे पड़ सकते हैं।
दौरा पड़े तो : व्यक्ति को करवट से लिटा दें और उसे घेरकर खड़े न हों। उसके कपड़ों को ढीला कर दें। मुंह के झाग साफ करके, आसपास से नुकीली चीजें हटा दें।
इलाज : एक दिन में अगर किसी व्यक्ति को 4-5 बार दौरा पड़े तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं। मिर्गी का इलाज 4-5 साल चलता है और रेगुलर ट्रीटमेंट से 80-90 फीसदी मरीजों को दौरों में आराम मिल जाता है।
क्या न करें : जूता न सुघाएं, मुंह पर पानी न डालें, मुंह में कपड़ा न ठूंसें, मरीज को पकड़े नहीं।
विशेषज्ञ की राय : मिर्गी पीड़ित से सामान्य व्यवहार करें। झाड़-फूंक की बजाय विशेषज्ञ से इस रोग का पूरा इलाज कराएं। ऐसे लोगों के वैवाहिक जीवन में कोई परेशानी नहीं होती और वे अन्य लोगों की तरह ही माता-पिता बन सकते हैं।
Published on:
22 Jan 2019 04:51 pm
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