सिनसिनाटी चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल मेडिकल सेंटर के एक अध्ययन में कहा गया है कि ज्यादा समय गैजेट्स से चिपके रहने वाले बच्चों के मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में, भाषा और अन्य व्यवहार समझने के लिए मदद करने वाले सफेद पदार्थ की संरचनात्मक अखंडता कम हो जाती है। जिसका असर बच्चे के मानसिक विकास पर पड़ता है। और उनमें कल्पना शक्ति, मानसिक और आत्म नियंत्रण की कमी हो सकती है।
बच्चाें काे गैजेट्स से दूर रखना आज के समय में थाेड़ा मुश्किल काम हाे सकता है। क्याेंकि आज माता पिता खुद ही गैजेट्स के चक्कर में उलझे रहते हैं। उन्हें देखकर बच्चें भी प्रभावित हाेते हैं। यदि आप अपने बच्चे काे गैजेट्स दूर रखना चाहते हैं ताे पहले खुद गैजेट्स का इस्तेमाल कम करें। बच्चाें का समझाएं की यह उनकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। बेहतर हाेगा की बच्चाें के साथ खेलना अपनी दिनचर्या में शामिल करें। और ध्यान रखे की बच्चाें काे खुद ही संभाले, उनके रोने पर उन्हें गैजेट्स के भरोसे न छोड़े।