शरीर टूट रहा हो या जब बुखार महसूस हो तो पुदीने और तुलसी का रस बराबर मात्रा में मिलाकर थोड़ा गुड़ डालकर पी लें, आराम मिलेगा।
जुकाम, खांसी होने पर अदरक और तुलसी की गरम चाय पीने से भी राहत मिलती है।
तुलसी की सूखी पत्तियों को पीसकर उबटन के रूप में चेहरे पर लगाने से करने से झाइयां दूर होती हैं।
दांतों में कीड़ा लगने की परेशानी में तुलसी के रस में थोड़ा कपूर मिलाकर रुई से भिगोकर प्रभावित स्थान पर रखने से कीड़े नष्ट हो जाते हैं।
तुलसी का रस निकालकर खुजली वाली जगह पर मालिश करें। इसके अलावा रस की कुछ बूंदे पीने से भी खुुजली में आराम मिलता है।
मच्छर के काटने से होने वाले मलेरिया रोग में तुलसी कारगर औषधि है। तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा बनाकर पीने से मलेरिया जल्दी ठीक हो जाता है। साथ ही यह हिचकी, खांसी व पसली के दर्द में भी लाभदायक है।