तनाव को हराने के लिए जरूरी है कि छात् अपने स्कूल की पढ़ाई, असाइनमेंट और कोर्सवर्क में टॉप में रहें। उन्हें पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए और आगामी परीक्षा नहीं होने पर भी अध्ययन के समय को अपने दैनिक कार्यक्रम का हिस्सा बनाना चाहिए। उनका उचित अध्ययन कार्यक्रम होना चाहिए और उन्हें उसका पालन करना चाहिए। पढ़ाई के साथ अप-टू-डेट रहने से छात्रों को तनाव-मुक्त तरीके से सीखने में मदद मिलेगी।
छात्रों को यह भी सीखना चाहिए कि समय का सही प्रबंधन कैसे करें। तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए उन्हें समय प्रबंधन तकनीकों को अपनाना चाहिए। बहुत से छात्र अपनी पढ़ाई, शैक्षणिक कार्य या अन्य गतिविधियों में विलंब करते हैं, जिससे काम का ढेर लग जाता है और उन पर बोझ / तनाव बढ़ जाता है। इसलिए, अनावश्यक तनाव से बचने सभी काम समय पर पूरे करने चाहिए।
छात्रों को तनाव से दूर रहने के लिए मेडिटेशन करना चाहिए। इससे उनका फोकस बढ़ता है। और वे किसी काम को बिना तनाव के आराम से पूरा कर सकते हैं। वे चाहे तो अपनी मनपंसद हॉबी के लिए कुछ समय निकाल कर तनाव मुक्त रह सकते हैं।
छात्रों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वे एक स्वस्थ दिनचर्या का पालन कर रहे हैं। उन्हें तनाव कम करने के लिए पर्याप्त आराम मिलना चाहिए। हर दिन कम से कम 6-7 घंटे सोना चाहिए। स्वस्थ भोजन करना और जितना हो सके जंक फूड से दूर रहें।
पढ़ाई के दौरान यदि आप ज्यादा तनाव महसूस करते हैं तो आपको ऐसे व्यक्ति से बात करनी चाहिए जिस पर आप तनाव को दूर करने के लिए भरोसा करते हैं। अंदर ही अंदर तनाव विकसित करने से अच्छा है कि आप अपने विचारों को बाहर आने दें। कभी-कभी, परिवार या दोस्तों के साथ समय बिताना तनाव के स्तर को कम करने में मददगार होता है।