पीरियड्स के दौरान पार्टनर की चिड़चिड़ाहट को दूर करने के लिए उन्हें खुश रखने की कोशिश करें। पार्टनर से फालतू की बहस या झगड़ा करने की कोशिश न करें। पार्टनर को खूब प्यार और दुलार करें।
अगर आपकी पार्टनर को पीरियड्स के दौरान ज्यादा समस्या हो रही है तो उनकी देखभाल के लिए अपने काम से छुट्टी ले लें।
अगर पार्टनर को पेट में दर्द की समस्या है तो हॉट वॉटर बैग से अपनी पार्टनर के पेट की सिकाई करें। पीरियड्स के दिनों में कई महिलाओं को पेट में असहनीय दर्द और ऐंठन होती है। सिकाई से आराम मिलेगा।
पीरियड्स में होने वाली लगातार ब्लीडिंग की वजह से शरीर में खून और पानी की कमी होने लगती है। ऐसी स्थिति में पार्टनर को खूब पानी, जूस और अन्य तरल चीजें दें। बॉडी जितना ज्यादा हाइड्रेटेड रहेगी दर्द और ऐंठन भी उतनी ही कम होगी।
पीरियड्स के दिनों में पार्टनर के शरीर की मसाज करने से भी फायदा मिलेगा। पूरी बॉडी की हल्के हाथों से मसाज करें। लेकिन ध्यान रहे कि जिन हिस्सों में अधिक दर्द है वहां मसाज की बजाय सिकाई करें।
पीरियड्स को दौरान अगर पार्टनर का मन शारीरिक संबंध बनाने का नहीं है तो उनके साथ जबरदस्ती न करें। आप फोर प्ले करके उन्हें प्यार का अहसास करा सकते हैं।
अपने पार्टनर के पीरियड्स की तारीखों का ध्यान रखें, इससे आप खुद को भी पार्टनर की देखरेख के लिए पहले से तैयार कर सकेगें।
पार्टनर को चॉकलेट खिलाएं इसमें मौजूद फ्लेवनॉइड्स मूड बेहतर करते हैं। फ्रूट और वेजिटेबल्स खिलाएं। केला, पपीता जैसे फ्रूट और ग्रीन वेजिटेबल्स खिलाएं । पानी ज्यादा पीने के लिए कहें।