प्रदेश में सरकार बदलने के बाद दो वित्तीय वर्ष बीत चुके हैं। जिले में 2018-19 और 19-20 में मुख्यमंत्री कन्या व निकाह योजना के तहत 250 से अधिक विवाह और निकाह अलग-अलग समितियों द्वारा आयोजित किए थे, जिनमें से हजार से अधिक हितग्राही अब भी कार्यालय के दफ्तर प्रोत्साहन राशि के लिए चक्कर काट रहे हैं।
बजट बन रहा रोड़ा, साल भर नहीं आई राशि
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह सम्मलेन का आयोजन करती हैं, वहीं भुगतान सामाजिक न्याय विभाग के तहत होता है। विभाग के अनुसार 2018 और 2019 के पात्र करीब 250 हितग्राहियों के खातों में कोई भी बजट नहीं आया हैं।
दो से हो गए तीन, 51 बार काट चुके है दफ्तर के चक्कर
2018 से फरवरी 2020 के बीच योजना के तहत विवाह करने वाले अनेक हितग्राही दो से तीन हो चुके हैं, लेकिन योजना की राशि नहीं मिल सकी हैं। हितग्राहियों का कहना है कि 51 हजार के लिए वह 51 बार से अधिक कार्यालयों, जनप्रतिनिधियों के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। बार-बार उन्हें राशि नहीं आने की बात कही जा रही हैं, ऐसे में वह परेशान हैं।
निकाह योजना की राशि सबसे अधिक अटकी
निकाह और कन्या योजना में सबसे अधिाक राशि निकाह योजना की अटकी है। दिसंबर 2018 से अब तक निकाह योजना में 250 हितग्राहयों को योजना का लाभ नहीं मिला है। जबकि कन्या विवाह योजना में जुलाई 2017 की 17 हितग्राहियों को रुपए नहीं मिले।
जाने योजना में जिनके रुपए नहीं आए
निकाय-तारीख-संख्या- राशि लाख में
बुरहानपुर जनपद-23/12/18-6-3.06 लाख
नगर निगम-03/03/19-42-21.42
बुरहानपुर जनपद-09/06/19-77-39.27
नगर निगम-16/06/19-49 -24.99
जनपद खकनार-06/07/19- 17- 8.67
जनपद बुरहानपुर- 18/08/19- 16 -8.16
नगर निगम- 28/11/19 -32 -16.32
नगर निगम- 05/01/20- 23-11.73
कल्याणी निकाह- 05/01/20 -05-10
आंकड़े सामाजिक न्याय विभाग के अनुसार
नगर निगम में निकाह योजना में 100 के करीब हितग्राहियों का बजट नहीं आया है। इसके बारे में जानकारी दी गई है।
– श्रीकृष्ण महाजन, योजना प्रभारी