
chinese car
नई दिल्ली: कोरोनावायरस का असर अब चीन के ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर भी दिखने लगा है। फरवरी महीनें में चीन में कारों की बिक्री में 80 फीसदी की कमी आई है। इसे चाइनीज ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट माना जा रहा है। बुधवार को चीन की पैसेंजर कार एसोसिएशन ने ये बात कही । आपको बता दें कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पिछले 2 सालों से सुस्ती को झेल रही है लेकिन कोरोना की वजह से हालात बद से बदतर हो चुके हैं। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा ऑटो मार्केट है। और पिछले 2 सालों में अरबों के निवेश के बावजूद जून 2018 से फरवरी 2020 तक के 21 महीनों में सिर्फ एक बार जुलाई 2019 में चीन में कारों की बिक्री बढ़ी थी।
कोरोनावायरस फैलने से फॉक्सवैगन एजी और इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला से लेकर छोटी-छोटी कंपनियों तक को बिक्री घटने की समस्या को झेलना पड़ रहा है। चीन के ऑटो सेक्टर में हिस्सेदारी रखने वाली दूसरी बड़ी विदेशी कंपनी जनरल मोटर्स का कहना है कि इस साल की पहली तिमाही में ऑटो इंडस्ट्री को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
भारत में भी घटी बिक्री-
कोरोना वायरस की वजह से कार और बाइक्स का प्रोडक्शन पहले ही प्रभावित हो रहा है और अब इसका असर दुपहिया वाहनों की बिक्री पर भी दिखने लगा है। टीवीएस मोटर कंपनी ने बताया कि कोरोनावायरस फैलने की वजह से कलपुर्जों की आपूर्ति प्रभावित होने से उसकी बिक्री में गिरावट आई है। इस संकट के कारण बीएस-6 वाहनों के कुछ कलपुर्जों की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। tvs का कहना है कि उसकी बिक्री में 17.4 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं बजाज ऑटो की बिक्री में भी 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है ।
कारों की बिक्री भी हुई है कम-
फरवरी में टोयोटा की बिक्री में 9.1 फीसदी घट गई है, और अशोक लीलैंड के वाहनों की वाहन बिक्री 37 फीसदी घट गई है।
Updated on:
05 Mar 2020 12:00 pm
Published on:
05 Mar 2020 11:59 am
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