फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीटयूट (डीम्ड) यूनिवर्सिटी देहरादून में स्थित है और इसकी स्थापना वर्ष 1906 में इंपीरियल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीटयूट के रूप में हुई थी। वन्य क्षेत्र से जुड़े शोध कार्यो के लिए विशेष रूप से समर्पित इस संस्थान में वन्य जीवन, वन्य उत्पादों और पर्यावरण से जुड़े विभिन्न कोर्स करवाए जाते हैं। यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को फॉरेस्ट्री से जुड़े विभिन्न फील्ड्स में शानदार करियर बनाने का अवसर मिलता है। फिलहाल यहां के पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर के कोर्सेज में प्रवेश खुले हैं।
एफआरआई (डीम्ड) यूनिवर्सिटी में वन्य जीवन से जुड़े मास्टर्स कोर्सेज में प्रवेश के लिए आवेदन मंगवाए गए हैं। ये कोर्सेज वन्य पर्यावरण से लेकर वन्य उत्पादों से जुड़ी तकनीक तक से संबंधित हैं। एमएससी कोर्सेज की विभिन्न स्ट्रीम्स और उनकी सीटों की संख्या इस प्रकार है-
एमएससी फॉरेस्ट्री- 38 सीट्स
एमएससी वुडसाइंस एंड टेक्नोलॉजी- 38 सीट्स
एमएससी एनवायरमेंट मैनेजमेंट- 38 सीट्स
एमएससी सेल्यूलोज एंड पेपर टेक्नोलॉजी- 20 सीट्स
प्रवेश के लिए अनिवार्य योग्यताएं इस प्रकार हैं-
एमएससी फॉरेस्ट्री- एग्रीकल्चर या फॉरेस्ट्री में बैचलर्स/तीन वर्षीय साइंस बैचलर्स में बॉटनी, जूलॉजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री, जियोलॉजी, मैथ्स में से कम से कम एक विषय।
एमएससी वुड साइंस एंड टेक्नोलॉजी- बीएससी फॉरेस्ट्री या पीसीएम के साथ तीन वर्षीय बैचलर्स
एमएससी एनवायरमेंट मैनेजमेंट-अप्लाइड या बेसिक साइंस में बैचलर्स/फॉरेस्ट्री या एग्रीकल्चर में बैचलर्स/ एनवायर्नमेंट साइंस में बीई/बीटेक
एमएससी सेल्यूलोज एंड पेपर टेक्नोलॉजी- केमिस्ट्री के साथ बैचलर्स/ केमिकल/ मैकेनिकल इंजीनियरिंग
एफआरआई (डीम्ड) यूनिवर्सिटी के एमएससी कोर्सेज में वन्यक्षेत्र से जुड़े विभिन्न करियर्स के लिए स्टूडेंट्स को तैयार किया जाता है। इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा लेने के बाद फॉरेस्ट सर्विसेज से जुड़ी सरकारी नौकरियों के लिए तो आवेदन किया जा ही सकता है, साथ ही एनवायरमेंट से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं से भी जुड़कर काम किया जा सकता है। विभिन्न एनजीओ में नौकरियों के अवसर मिलने के अलावा, फॉरेस्ट प्रोडक्ट्स बनाने वाली विभिन्न कंपनियों में भी कॅरियर के अवसर तलाशे जा सकते हैं। इस फील्ड में वाकई रूचि हो तो स्टूडेंट्स यहां कई नई ऊंचाइयां छू सकते हैं।
एमएससी कोर्सेज की बताई गई कुल सीट्स में से कई सीटें विभिन्न वर्गो के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित रखी गई हैं। आरक्षित सीटों की संख्या इस प्रकार है-
एससी व एसटी- सीटों की संख्या का क्रमश: 15 फीसदी व 7.5 फीसदी
ओबीसी- भारतसरकार की नीति के अनुरूप
विकलांग- एमएससी फॉरेस्ट्री व एनवायर्नमेंट मैनेजमेंट में एक सीट
आईसीएफआरई एंप्लॉई- एनवायर्नमेंट मैनेजमेंट में पांच सीट्स।
आरक्षण संबंधी जानकारी ब्रॉशर में वर्णित है।
एफआरआई के एमएससी कोर्सेज में प्रवेश के लिए मई महीने में एक एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है। यह एग्जाम कंप्यूटर आधारित होगा। जिसमें आवेदक को तय सेंटर पर कंप्यूटर अलॉट किया जाएगा। आवेदक अपने जवाब भी इसी कंप्यूटर पर देंगे। एग्जाम की अवधि समाप्त हो जाने पर इसमें दिए गए जवाब सेव हो जाएंगे। कुल 38 शहरों में या उससे अधिक इस परीक्षा के लिए सेंटर बनाए जाते हैं, जिनका विवरण वेबसाइट पर है। राजस्थान में जयपुर और जोधपुर में एग्जाम सेंटर बनाए जाने की जानकारी है। आप फॉर्म में पसंदीदा सेंटर भर सकते हैं।
एफआरआई में आवेदन ऑफलाइन भी किया जा सकता है और ऑनलाइन भी। ऑनलाइन आवेदन के लिए संस्थान की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवाएं और फॉर्म भरने से जुड़े दिशा-निर्देशों का पालन करें। ऑफलाइन आवेदन के लिए फॉम को वेबसाइट fri.icfre.gov.in से डाउनलोड करें। आवेदन फॉर्म अप्रैल महीने में भरे जाते हैं।