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कस्टम ब्रोकर बन कर बनाएं करियर, सरकार ने बदले नियम

सीए, एमबीए और एलएलबी डिग्री धारकों के साथ अब एसीएमए और एफसीएमए डिग्री धारकों के भी कस्टम ब्रोकर बनने का रास्ता साफ कर दिया है।

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Vikas Gupta

Jan 12, 2016

custom broker

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नई दिल्ली। सरकार ने कस्टम ब्रोकर का करियर चाहने वाले युवाओं को बड़ी खुशखबरी और राहत दी है। सीए, एमबीए और एलएलबी डिग्री धारकों के साथ अब एसीएमए और एफसीएमए डिग्री धारकों के भी कस्टम ब्रोकर बनने का रास्ता साफ कर दिया है।

केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) ने एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि अब एसोसिएट चार्टर्ड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (एसीएमए) और फेलो चार्टर्ड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (एफसीएमए) डिग्री धारक भी कस्टम ब्रोकिंग लाइसेंस हासिल करने के लिए आवेदन के पात्र होंगे।

इसके लिए कस्टम ब्रोकर्स लाइसेंसिंग रेगुलेशन, 2013 में जरूरी संशोधन कर दिया गया है। नए बदलाव सरकारी गजट में संशोधन के प्रकाशन की तिथि से प्रभावी हो जाएंगे। अब तक कस्टम ब्रोकिंग लाइसेंस के लिए सीए, एमबीए और एलएलबी डिग्री मान्य अर्हता के रूप में शामिल थी। अन्य शर्तें यथावत रखी गई हैं।

सीमा एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क निरीक्षण महानिदेशालय (डीजीआईसीसीई) हर साल अप्रैल में कस्टम ब्रोकर के लाइसेंस के लिए आवेदन आमंत्रित करता है और पात्र उम्मीदवारों की लिखित एवं मौखिक परीक्षा के आधार पर लाइसेंस जारी करता है। दोनों परीक्षाएं पास करने के लिए आवेदन की तिथि से सात साल का समय दिया जाता है। लिखित परीक्षा हर साल जनवरी में और मौखिक परीक्षा जून में आयोजित की जाती है।

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