यह है मामला
इसमें शिकायतकर्ता ईडी की ओर से बताया गया है कि हेमंत सोरेन को ईडी ने जमीन घोटाला मामला में 10 समन जारी किया था। जिसमें से मात्र दो समन पर ही हेमंत सोरेन ईडी के समक्ष उपस्थित हुए थे। यह ईडी के समन की अवहेलना है। पीएमएलए की धारा 63 एवं आईपीसी की धारा 174 के तहत ईडी ने हेमंत सोरेन के खिलाफ समन की अवहेलना को लेकर शिकायतवाद दर्ज कराया है। उल्लेखनीय है कि ईडी के समक्ष 20 जनवरी को 8वां समन एवं 31 जनवरी को 10वां समन में हेमंत सोरेन उपस्थित हुए थे।
तेजी से बदला था राजनीतिक घटनाक्रम
ईडी की कार्रवाई के दौरान झारखंड में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला था। तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। इससे पूर्व उन्होंने राज्यपाल को त्यागपत्र सौंप दिया। इसके बाद झारखंड में चंपई सोरेन विधायक दल के नेता बने और राज्यपाल के समक्ष बहुमत साबित किया। पद और गोपनीयता की शपथ के बाद उन्होंने मंत्रिमंडल का गठन किया। इसमें हेमंत सोरेन के भाई को भी मंत्री पद दिया।