मुख्यमंत्री पर ओछी राजनीति का आरोप लगाया भाजपा सरकार को विकास की सरकार बताया दुमका
झारखंड. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम पर ओछी राजनीति करना बंद करे। मरांडी शनिवार को संकल्प यात्रा के क्रम में झारखंड की उप राजधानी दुमका विधानसभा क्षेत्र स्तरीय सभा में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए झामुमो और हेमंत सरकार पर प्रहार किया और कहा कि कंपनी के नाम पर ओछी राजनीति करना झामुमो बंद करे। उन्होंने कहा कि झामुमो को प्रेसवार्ता आयोजित करने की क्या जरूरत है, प्रेसवार्ता तो विपक्ष के लोग करते हैं। उनकी तो सरकार है, पुलिस प्रशासन है। वे सीधे कार्रवाई करें। प्राथमिकी दर्ज कराएं और जिसने विधि विरुद्ध काम किया है, अपराध किया है उसकी संपत्ति जब्त करें।
भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी है सोरेन सरकार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी है। वहीं, जब जब भाजपा की सरकार बनती है तो विकास की चर्चा होती है और जब झामुमो, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सरकार बनती है तो भ्रष्टाचार की चर्चा होती है। उन्होंने मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि वे बताएं साढ़े तीन वर्षों में उन्होंने राज्य में विकास का कौन सा कार्य किया है जबकि भाजपा की सरकारों ने संथाल की धरती को विकास से जोड़ा। उन्होंने भाजपा सरकार के कार्यकाल में संथाल परगना के विकास की दिशा में किये गये कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संथाली भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल कराया। आदिवासी मंत्रालय बनाया, गांव को प्रधानमंत्री सड़क योजना से जोड़ा। आज नरेंद्र मोदी की सरकार ने दुमका में मेडिकल कालेज, देवघर में एम्स, देवघर में हवाई अड्डा बनाया, दुमका एवं गोड्डा को रेलवे लाइन से जोड़ा कर संतालपरगना को विकास की मुख्य धारा से जोड़ कर इस इलाके के लोगों के सपनों को साकार किया है।
झारखंड का विकास भाजपा की देन
मरांडी ने कहा कि झारखंड में आज जो भी विकास दिख रहा है वह भाजपा सरकार की देन है। झामुमो ने तो अलग राज्य आंदोलन को भी बेचकर नरसिम्हा राव सरकार से पैसा ले लिया, जिसके कारण शिबू सोरेन को तिहाड़ जेल भी जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि झामुमो, कांग्रेस और राजद को राज्य के विकास से नही अपने परिवार के विकास की चिंता है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन परिवार खुद भ्रष्टाचार में डूबा है और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण भी दे रहा है। आलम यह है कि परिवार ने भ्रष्टाचार के क्षेत्र का भी बंटवारा कर लिया है। रेलवे साइडिंग भी अपने परिवार में सीता सोरेन, वसंत सोरेन के नाम से बांट लिए हैं।