पार्टी पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहे शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनकरण के खिलाफ मुख्यमंत्री पलनीस्वामी और पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम इस सप्ताह के आखिर तक हाथ मिला सकते हैं। मुख्यमंत्री ई. पलनीस्वामी के नेतृत्व वाले धड़े की गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में बैठक हुई, जिसमें शशिकला और उनके भतीजे दिनकरण की पार्टी से विदाई की पटकथा लिखी गई। तमिलनाडु के मंत्री डी. जयकुमार ने दोनों धड़ों के १५ अगस्त तक विलय पर पूरा यकीन जताया है।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि जयललिता ने दिसंबर 2011 में ही दिनकरण को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया था। ऐसे में 14 फरवरी को उन्हें पार्टी में वापस लिया जाना और उन्हें अगले ही दिन उप महासचिव का पद दिया जाना पार्टी के उप नियम (5) के खिलाफ है। जबकि शशिकला को महासचिव अंतरिम तौर पर बनाया गया था। प्रस्ताव के अनुसार, चूंकि दिनकरण 5 सालों तक पार्टी के प्राथमिक सदस्य नहीं थे, इसलिए उप नियमों के मुताबिक वह किसी पद पर के हकदार नहीं हैं। प्रस्ताव पर पलनीस्वामी समेत 27 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए।
खबर है कि विलय की पेशकश में ओपीएस को उप मुख्यमंत्री पद और उनके दो विधायकों मा फोई पांडियराजन व सेम्मलै को मंत्री पद देने के लिए पलनीस्वामी तैयार हैं।
जयकुमार को पार्टी से बर्खास्त कर दिया जाएगा : दिनकरण गुट
एआईएडीएमके अम्मा के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक इकाई के सचिव वी. पुगळंदी ने बुधवार रात कहा कि एआईएडीएमके अम्मा के उपमहासचिव टीटीवी दिनकरण के खिलाफ की गई टिप्पणी के आरोप में राज्य के वित्त मंत्री डी. जयकुमार को पार्टी से बर्खास्त कर दिया जाएगा। यहां दिनकरण के आवास के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि जयकुमार लगातार दिनकरण के खिलाफ टिप्पणी कर रहे हैं और ऐसे में उन्हें निश्चित रूप से पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर पर लगे भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है जिसके लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जरुरत नहीं है।