ये कहना है ग्रहणियो का एक माह में लगातार तीसरी बार रसोई गैस के दाम बढ़ाए गए हैं। सरकार को चाहिए कि डीजल-पेट्रोल व एलपीजी के दामों को अपने नियंत्रण में ले ले। यदि यही हाल रहा तो घर चलाना मुश्किल हो जाएगा।
अभिलाषा अवस्थी, गृहणी
पेट्रोल-डीजल के दाम के साथ रसोई गैस के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं। इससे परिवहन की लागत बढऩे से महंगाई बढ़ रही है, ऊपर से रसोई गैस के दाम बढऩे से बजट ही गड़बड़ा जा रहा है। आर्थिक गतिविधियां पहले से ही डगमगाई हुई हैं।
खुशबु सेन, गृहणी
जब से तेल व गैस कंपनियों को सरकार ने फ्री हैंड कर दिया है तब से पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस के दामों में मनमाने तरीके से इजाफा करने से मंहगाई बढ़ रही है और घरेलू बजट बिगडऩे लगा है। सरकार को चाहिए कि शीघ्र ही तेल व गैस को भी जीएसटी के दायरे में लाए।
राजकुमारी अवस्थी, गृहणी
रसोई गैस के दाम भी आसमान छूने लगे हैं ऐसे में अब तो आमजन का जीना ही मुश्किल हो गया है। मंहगाई को पर लग गए हैं, सीमित कमाई में घर के बजट को मेंटेन करना आसान नहीं रह गया है।
कुसुम रैकवार, गृहणी