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छतरपुर

लॉकडाउन में बढ़ी मुश्किलें तो लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कराया वर्क फ्रॉम होम

पीएचई ने 50 फीसदी कर्मचारियों के जरिए वर्क फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट पर कराया प्रशासनिक कार्यजल संसाधन विभाग में ऑनलाइन पैटर्न नहीं, वर्क फ्रॉम होम के लिए संसाधनों की जरूरत

छतरपुरMay 31, 2020 / 08:12 pm

Dharmendra Singh

patrika campaign

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छतरपुर। लॉक डाउन के पहले और दूसरे चरण में शासन के निर्देश पर केवल 50 फीसदी कर्मचारियों को ही ऑफिस बुलाया गया। इस दौरान कर्मचारियों ने प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारु रुप से चालू रखने के लिए वर्क फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट को अपनाया। आवश्यक सेवाओं में आने वाले लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने भी 50 फीसदी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट पर काम कराया। संसाधनों की उपलब्धता हो तो विभाग स्थाई तौर पर 30 फीसदी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करवा सकता है। वहीं, जल संसाधन विभाग भी ऑनलाइन सिस्टम और संसाधन की सुविधा मिलने पर 30 फीसदी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम कराया जा सकता है। वक4 फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट से ऑफिसों के खर्च व स्टाफ के आवागमन से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने में सहायता मिल सकती है।
पीएचई ने वर्क फ्रॉम होम से कराए ऑफिशियल काम
लॉक डाउन लगने पर शासन ने सभी विभागों को 50 फीसदी कर्मचारियों को दफ्तर बुलाने के निर्देश दिए थे, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग आवश्यक सेवाओं में आने के वाबजूद शासन के निर्देश पर नई राह निकालते हुए 50 फीसदी कर्मचारियों को दफ्तर और फील्ड के काम में लगाया गया और 50 फीसदी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम कराया गया। वर्क फ्रॉम होम से कर्मचारियों ने डाटा फीडिंग और रिकॉर्ड तैयार करने जैसे कार्य किए। शासन के निर्देश पर 20 अप्रेल से दफ्तरों में सभी कर्मचारियों को बुलाया जाने लगा है। लेकिन लॉकडाउन के बाद भी 30 फीसदी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट पर काम कराया जा सकता है। नियमित रुप से नहीं हो अल्टनेट कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए संसाधन जुटाने होंगे। सभी कर्मचारियों के घर पर ऑनलाइन वर्किंग के संसाधन जुटने पर विभाग में वर्क फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट पर काम कराया जा सकता है। पीएचई के ईई महेन्द्र सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम कराया गया है। शासन के निर्देश होंगे और संसाधन मिलेंगे तो वर्क फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट पर 30 फीसदी कर्मचारियों से काम कराए जाने की संभावना है। लेकिन शासन के निर्देश के मूताबिक ही काम कराया जाएगा।
जलसंसाधन में ऑनलाइन संसाधन की जरूरत
जल संसाधन विभाग में वर्किंग के दो पार्ट है, पहला पार्ट ऑफिस का और दूसरा फील्ड का है। ऑफिस वर्क ऑनलाइन हो और कर्मचारियों को संसाधन मिले तो वर्क फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट को अपनाया जा सकता है। वर्तमान में ऑफिस में ज्यादातर काम ऑफ लाइन होता है, यही वजह है कि जल संसाधन विभाग में वर्क फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट पर काम नहीं हो सका। लॉकडाउन 1.0 और 2.0 में दफ्तर बंद रहा। 20 अप्रेल से दफ्तर शुरु हुआ तो कर्मचारी दफ्तर से ही काम करने लगे हैं। लेकिन लेवर की समस्या के चलते फील्ड का काम फिलहाल प्रभावित है। जलसंसाधन विभाग के ईई केके मिश्रा का कहना है कि उनके विभाग में ऑनलाइन वर्किंग कम है, ऑनलाइन के हिसाब से संसाधन भी कम है। कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम तभी कराया जा सकता है, जब उनके घर पर ऑनलाइन वर्किंग की सुविधा हो।

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