वहीं ऐसे कोविड पॉजिटिव व्यक्ति जिनकी आयु 60 से अधिक है तथा डायबिटीज, हाइपरटेंशन, अंग प्रत्यारोपण, कैंसर, एचआइवी आदि गंभीर बीमारी से पीडि़तों को संस्थागत आइसोलेशन किया जाता है। बताया जाता है कि जिले में फिलहाल 74 मरीज होम क्वॉरंटीन में है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया ने इस संदर्भ में बरती जाने वाली सावधानियों की विस्तृत जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन मरीज का उपचार करने वाले डॉक्टर द्वारा प्रमाणित परीक्षण किया गया हो, मरीज के लिए पृथक भोजन, शौच सहित अन्य सुविधाएं मौजूद होना, सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं होना, संतुलित आहार, तरल पेय पदार्थों का सेवन करना, समुचित आराम करना, व्यक्तिगत सुरक्षा एवं साफ-सफाई आदि पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है।
युवा करें संक्रमित वृद्ध की देखभाल –
डॉ. चौरसिया ने बताया कि वृद्ध संक्रमितों की देखभाल घर के युवा सदस्य को करना बेहतर होगा तथा ट्रीपल लेयर मॉस्क का उपयोग करना चाहिए। मरीज को भोजन, पानी, दवा आदि देते समय सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना तथा पांच से दस दिन में समीप के फीवर क्लीनिक में जांच कराना और जरूरत पडऩे पर जिलास्तरीय कोविड कंट्रोल रूम में सम्पर्क करना चाहिए।