scriptनहाने गए 5 बच्चों की तालाब में डूबने से मौत, मिट्टी खुदाई से बना गड्ढा बना मौत का कारण | 5 children drown to death in Mangalwad pond of Chittorgarh | Patrika News
चित्तौड़गढ़

नहाने गए 5 बच्चों की तालाब में डूबने से मौत, मिट्टी खुदाई से बना गड्ढा बना मौत का कारण

चित्तौडगढ़़ जिले के मंगलवाड़ कस्बे में रविवार दोपहर नहाने गए सात में से पांच बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई।

चित्तौड़गढ़Sep 05, 2021 / 04:00 pm

Kamlesh Sharma

chittorgarh.jpg
चित्तौडगढ़़/मंगलवाड़। चित्तौडगढ़़ जिले के मंगलवाड़ कस्बे में रविवार दोपहर नहाने गए सात में से पांच बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। बच्चे जिस तालाब में डूबे, वहां कई दिन से जेसीबी से मिट्टी का अवैध खनन चल रहा है। इससे तालाब में गहरे गड्ढे बन गए। जब यह बच्चे नहाने के लिए पानी में उतरे, उस समय थोड़े स्थान पर तो कम गहराई थी, लेकिन अचानक लंबा चौड़ा गड्ढा आ जाने के कारण बच्चे डूब गए।
मंगलवाड़ निवासी भावेश (10) पुत्र नारायणलाल मेघवाल, चन्द्रशेखर (12) पुत्र ओमप्रकाश ढोली, सुमित (8) पुत्र भैरूलाल ढोली, प्रिंस (8) पुत्र विष्णु ढोली तथा इंदौरा निवासी हरीश (12) पुत्र सत्यनारायण ढोली व दो अन्य बच्चे दोपहर में नहाने के लिए डूंगला रोड स्थित तालाब पर गए। नहाते समय गहराई में जाने से एक के बाद एक पांच बच्चे डूब गए। इन्हें डूबता देख तालाब के बाहर खड़े दो बच्चों के हल्ला मचाया तो ग्रामीण आए। बच्चों को निकाला व मंगलवाड़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। चिकित्सक ने जांच के बाद पांचों बच्चों को मृत घोषित कर दिया।
रक्षाबंधन पर मामा के घर आया था हरीश
मृत बच्चों में शामिल इंदौरा निवासी हरीश रक्षाबंधन पर मामा हरिशंकर ढोली के यहां आया था। मृतक चन्द्रशेखर व प्रिन्स चचेरे भाई थे और दोनों पिता के इकलौते पुत्र थे। वहीं मृतक बालक सुमित के पिता की दो साल पहले ही मौत हो गई थी। सुमित भी परिवार में इकलौता पुत्र था। इस तरह तीन घरों के चिराग ही बुझ गए।
दो बच्चों को बचाया
तालाब से दो बच्चों कृश पुत्र हरिशंकर ढोली व आयुष पुत्र भवानी शंकर को सुरक्षित निकाल लिया गया। दोनों बच्चे तालाब में गहराई में नहीं गए, इसलिए बच गए।

बेरोकटोक अवैध खनन
मंगलवाड़ तालाब लंबे समय तक सिंचाई विभाग के अधीन था। तब यहां विभाग के दो चौकीदार रहते थे, लेकिन वर्ष 2010 के बाद राज्य सरकार ने अधिकांश सभी छोटे तालाब पंचायतों और पंचायत समितियों के सुपुर्द कर दिए थे। इस वजह से इन तालाबों की रख-रखाव व सुरक्षा व्यवस्था पंचायतों के अधीन आ गई। मंगलवाड़ तालाब में भी पूरे साल पशुओं की चराई की व्यवस्था रहती है, लेकिन कुछ वर्षों से यहां पर जेसीबी की मदद से बे-रोकटोक अवैध खनन हो रहा है। अवैध खनन होने की वजह से पूरे तालाब में जगह-जगह बड़े गड्ढे हो गए हैं। यहां 300 से 400 बीघा क्षेत्र में पानी भरा हुआ है।

Home / Chittorgarh / नहाने गए 5 बच्चों की तालाब में डूबने से मौत, मिट्टी खुदाई से बना गड्ढा बना मौत का कारण

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो