यह मामला राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जालमपुरा का है। जालमपुरा में कार्यरत वरिष्ठ अध्यापक मीनाक्षी माहेश्वरी की मृत्यु 26 फरवरी को हो गई थी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के निर्देश पर डीईओ माध्यमिक कार्यालय से 26 मार्च को सुबह शाला दर्पण से वरिष्ठ अध्यापकों का डाटा डाउनलोड किया जिसमें शिक्षिका मिनाक्षी का नाम भी आने से उसकी भी ड्यूटी लग गई। मामला सामने आने बाद जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शर्मा ने जालमपुरा कार्यवाहक प्रधानाचार्य रेखा वैष्णव को कारण बताओ नोटिस देकर दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। इधर, डीईओ ने एक आदेश जारी कर मृतक शिक्षिका की ड्यूटी निरस्त के आदेश जारी कर दिए है।
जानकारी के अनुसार संयुक्त निदेशक ने 22 मार्च को एक आदेश जारी कर मृतक शिक्षिका की सेवाएं समाप्त की स्वीकृति के आदेश जारी कर दिए थे, उसके बाद भी शाला दर्पण से शिक्षिका का नाम क्यों नहीं हटाया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक चित्तौडग़ढ़ की कल्पना शर्मा का कहना है कि कई सूचनाएं शाला दर्पण से ही लेते है। उत्तर पुस्तिका मुल्याकंन के लिए भी शिक्षिकों की सूची शाला दर्पण से ही ली गई, जिसमें शिक्षिका का नाम शाला दर्पण से नहीं हटाने से उसका नाम भी सूची में आ गया। हमने जालमपुरा कार्यवाह प्रधानाचार्य को कारण बताओ नोटिस दिया है। जवाब आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।