scriptअपने कोच की कैंसर से हुई मौत को नहीं भूल सके रीड, पीड़ितों की मदद के लिए मैराथन में दौड़े | read ran the marathon to raise fund for cancer patient | Patrika News
क्रिकेट

अपने कोच की कैंसर से हुई मौत को नहीं भूल सके रीड, पीड़ितों की मदद के लिए मैराथन में दौड़े

Chris Read घरेलू क्रिकेट में काफी सफल रहे, हालांकि उनका अंतरराष्ट्रीय करियर ज्यादा लंबा नहीं चला, लेकिन एक इंसान के तौर पर उनकी मिसाल दी जाती है।

Aug 10, 2019 / 08:50 pm

Mazkoor

Chris Read

नई दिल्ली : इंग्लैंड ( england cricket team ) के पूर्व विकेटीकपर बल्लेबाज क्रिस रीड आज अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 10 अगस्त 1978 को इंग्लैंड के पेगनटन में हुआ था। वह अपना अगर उनका प्रथम श्रेणी करियर देखें तो लाजवाब है। वह 16000 से अधिक रन बना चुके हैं और सीमित ओवर के फॉर्मेट में 7000 से अधिक रन बनाए हैं। वह इंग्लैंड के लिए टेस्ट और वनडे भी खेल चुके हैं। हालांकि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ज्यादा सफल नहीं रहे। लेकिन उनकी चर्चा सिर्फ क्रिकेट के कारणों से नहीं होती, बल्कि एक बहुत बेहतर इंसान होने की वजह से भी होती है।

कैंसर से हुई कोच की मौत नहीं भूल सकें

क्रिस रीड के पहले कोच कोच ट्रेवर वार्ड की मौत कैंसर की वजह से हो गई थी। वह इस बात को जिंदगी भर नहीं भूल सके। वह मानते हैं कि उनका करियर बनाने में उनके पहले कोच का बहुत योगदान था। इसीलिए वह 4 नवंबर 2007 को कैंसर के मरीजों के लिए फंड जुटाने के लिए उन्होंने न्यूयॉर्क सिटी मैराथन में हिस्सा लिया और इसे सफलतापूर्वक पूरा भी किया, जबकि मैराथन दौड़ की उनके पास कोई ट्रेनिंग नहीं थी। इस रेस में 90,000 लोग दौड़े थे और वह इसमें 4358वें स्थान पर रहे।

इस दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर ने टी-20 क्रिकेट में किया कारनामा, एक ही पारी में ले लिए इतने विकेट

क्रिस रीड का करियर

विकेटकीपर बल्लेबाज रीड ने इंग्लैंड की ओर से 15 टेस्ट मैच खेलकर 48 कैच लिए और 6 स्टंप किए। उन्होंने इस दौरान 18.94 की औसत और 39.47 के स्ट्राइक रेट से 360 रन बनाए। इस दौरान वह सिर्फ एक अर्धशतक लगा सके। वहीं वहीं 36 वनडे में उन्होंने 41 कैच लिए व दो स्टंप किए और 17.64 की औसत से 300 रन बनाए। उन्हें एक टी-20 मैच में भी मौका मिला खेला। इसमें उन्होंने 13 रन बनाए और एक कैच लिया।

वीवीएस लक्ष्मण ने क्रुणाल पांड्या को बताया चतुर खिलाड़ी, वनडे टीम में शामिल करने की वकालत की

2017 में क्रिकेट को कहा अलविदा

क्रिस रीड ने इंग्लैंड की ओर से 1999 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और अपना आखिरी टेस्ट 2007 में खेला। वहीं 2003 में उन्हें वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला और अपना अंतिम वनडे 2006 में खेला। हालांकि इसके बाद उन्हें दोबारा इंग्लैंड की ओर से खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन घरेलू सर्किट में वह सक्रिय रहे। 2017 में उन्होंने पूरी तरह से क्रिकेट को अलविदा कह दिया।

Home / Sports / Cricket News / अपने कोच की कैंसर से हुई मौत को नहीं भूल सके रीड, पीड़ितों की मदद के लिए मैराथन में दौड़े

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो