निर्वाचन आयोग को सौंपे ज्ञापन में सांसद का झूठ या निर्वाचन आयोग के सदस्य की रिपोर्ट झूठी
सांसद के सरकारी निवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में निर्वाचन आयोग को सौंपे गए ज्ञापन की कॉपी सांसद स्वयं पत्रकारों को बांटते नजर आए। इस ज्ञापन में उन्होंने उल्लेख किया है कि मैने बयान में कहा था कि यह कॉपी प्रधानमंत्री कार्यालय में पंाच वर्ष के लेखा-जोखा देने के लिए प्रतीक के रूप में छपवाई थी। वह मात्रा 100 से अधिक नहीं थी। जो मेरे मित्र प्रभात प्रकाशन ने छपकावर दी थी। इधर निर्वाचन आयोग के उडऩदस्ता प्रभारी ने कोतवाली में लिखाई रिपोर्ट में बताया है कि प्रकरण में सांसद प्रहलाद पटैल उन्हें ने बताया था कि प्रकाशन अगस्त 2018 में कराया गया था। जो प्रभात प्रकाशन दिल्ली से हुआ था। इसकी 2000 प्रति लगभग छापी गईं थीं। साथ ही 24 मार्च को पत्रकार वार्ता में वितरण की बात भी उन्होंने एफएसटी से कही है। ज्ञापन में 100 प्रति और जांच में 2000 प्रति छपवाने की बात सांसद ने कही है। जो किसी एक के झूठ को प्रदर्शित करता है।सांसद प्रहलाद पटैल से जब सरकारी आवास के संबंध में बात की गई तो उनका कहना था कि पार्टी की प्रेस कांन्फ्रेंस थोड़ी थी। हां, नियम मेरे नॉलेज है। नए मकान का एंग्रीमेंट होना शेष है, अब सारे कार्यक्रम निजी कार्यालय से ही होंगे। इस बात को झूठा इसीलिए कहा जा सकता है। क्योंकि, सांसद की इस प्रेस वार्ता का आमंत्रण भाजपा से दमोह लोकसभा संसदीय क्षेत्र के लिए अधिकृत मीडिया प्रभारी एलएन वैष्णव, जिला भाजपा मीडिया प्रभारी मनीष तिवारी, भाजपा सह मीडिया प्रभारी मोंटी रैकवार द्वारा वाट्स एप्प मैसेज के माध्मय से दिया था। जबकि सांसद के सरकारी निवास पर लगे लैंडलाइन से कॉल कर भी इस प्रेस कांफ्रेंस के लिए आमंत्रित किया गया था। जिस पर किसी नीरज नाम के व्यक्ति ने कॉल किया है। अब यह भाजपा की नहीं तो क्या है। यहां यह भी बता दें कि २४ मार्च को भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद भी सांसद ने सरकारी निवास से ही पत्रकार वार्ता का आयोजन किया था। जिसमें पुस्तक वितरण का मामला सामने आया था। इसका उल्लेख सरकारी रेकॉर्ड में भी शामिल है।
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पार्टी की प्रेस कांन्फ्रेंस थोड़ी की है सरकारी आवास पर। हमारा एग्रीमेंट हुआ है तो अब वैसे ही शिफ्ट कर रहे है। हां,नियम मेरे नॉलेज में है। अब सारे कार्यक्रम पार्टी ऑफिस से ही होंगे।
प्रहलाद पटैल, भाजपा सांसद व घोषित भाजपा प्रत्याशी
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सरकारी राज्य गेस्ट हाउस, भवन, सदन का कोई भी हिस्सा किसी भी राजनीतिक गतिविधियों के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। सांसद प्रहलाद पटैल ने कहां प्रेस कांफ्रेंस की है, यह जांच का विषय है। अगर आचार संहिता उल्लंघन सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।
नीरज सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी