शिविर संचालक डाॅ. संजीव रावत ने बताया कि शिविर में बालकों को ड्राइंग, पेंटिंग एवं सुंदर लेख द्वारा शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य करने की प्रेरणा दी जा रही है। वहीं दूसरी ओर मेहंदी, सिलाई तथा वाद्य यंत्रों का प्रशिक्षण देकर भविष्य में आजीविका का साधन बनाने की प्रेरणा भी प्रदान की जा रही है। शिविर में बच्चों में सर्वाधिक क्रेज नृत्य कला की ओर है। बच्चों से लेकर बड़े तक नृत्य कला में स्वयं को पारंगत करना चाह रहे हैं।
शिविर प्रभारी विष्णु शर्मा ने बताया कि प्रात: प्रार्थना सभा से प्रारंभ होने वाले शिविर में योग कक्षा का आयोजन दिलीप कुमार महावर द्वारा किया जाता है। इसके पश्चात नृत्य अंशिका द्वारा, मेहंदी गरिमा शर्मा, वाद्य यंत्र का दिया शर्मा प्रशिक्षण दे रही हैं। शिविर में देवेंद्र सिंह राजावत, हरिओम शर्मा तथा कुलदीप सिंह राजपूत बच्चों को विभिन्न प्रकार की स्काउट गतिविधियों का भी प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं।