वहां पर प्रसूता का पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। प्रसूता के पति महेश बैरवा ने कोतवाली पुलिस थाने में इलाज में लापरवाही बरतने की रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार संैथल थाना इलाके के धर्मपुरा निवासी रेखा बैरवा को प्रसव के लिए परिजनों ने जिला मुख्यालय के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। 31 अगस्त को उसने पुत्र को जन्म दिया था। नवजात की तबीयत बिगडऩे के बाद उसको जिला अस्पताल की मातृ एवं शिशु इकाई में एफबीएनसी में भर्ती करा दिया। महिला का यह पहला प्रसव था।
परिजनों का आरोप था, कि निजी अस्पताल के चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों ने प्रसूता के इलाज में लापरवाही बरती है, इससे उसकी मौत हो गई। प्रसूता की मौत होने के बाद परिजनों एवं ग्रामीणों ने शव को अस्पताल के सामने शहर के आगरा रोड पर सड़क पर रख कर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस समझाइश कर शव को जिला अस्पताल ले आई। कोतवाली थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन देकर परिजनों को पोस्टमार्टम के लिए राजी किया।
कोतवाली थाना प्रभारी गणपत राम चौधरी ने बताया कि महिला के पति महेश बैरवा ने कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया है कि वे अपनी पत्नी को लेकर गत दिवस जिला अस्पताल में लेकर गए थे। उन्होंने भर्ती कराने के लिए पर्ची भी बनवाई थी। वे उसको लेकर अस्पताल में गए तो वहां पर उसको भर्ती ही नहीं किया।
इस पर वे निजी अस्पताल में ले गए। वहां पर उसने बच्चे को जन्म दिया। बच्चे की तबीयत बिगडऩे उसको जिला अस्पताल की एफबीएनसी में भर्ती कराया दिया। उसके बाद रेखा की तबीयत बिगड़ गई और मौत हो गई।