कांटाफोड़. नगर कांटाफोड़ में भी गाय अब लंपी वायरस की चपेट में आ रही हंै। रात्रि के समय नगर के बस स्टैंड पर ऐसी ही एक गाय को घूमते हुए देखा गया है इसमें लंपी वायरस के लक्षण साफ नजर आ रहे हैं। ऐसे में पशु चिकित्सा सेवाएं की ओर से ध्यान ना देने के कारण एक साथ कई गाय इसकी चपेट में आ सकती है। नगर के मुख्य मार्ग से लेकर अंदर की गलियों में भी गायों का झुंड सड़क के ऊपर ही बैठा रहता है, इन स्थितियों में लंपी वायरस गायों पर कहर बरपा सकता है।
कोई तैयारी नहीं
नगर में लम्पी वायरस से ग्रसित गाय दिखने लगी हैं, लेकिन पशु चिकित्सा सेवाएं की ओर से किसी भी प्रकार की तैयारी नजर नहीं आ रही है। मोहन ङ्क्षसह नरगावे पशु चिकित्सालय कांटाफोड़ ने बताया शासन की ओर से गोशालाओं में टीके लगवा दिए गए हैं गो पालकों के लिए किसी भी प्रकार के निर्देश नहीं है और जो लम्पी वायरस का केस कांटाफोड़ में बताया जा रहा है वह पिछले वर्ष का है।
पांदाजागीर. प्रदेश के कई जिलों में लम्पी वायरस का प्रकोप है। इसी के साथ देवास जिले में भी लम्पी वायरस ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है, ग्राम पांदाजागीर में एक पशु पालक के यहां एक मवेशी को लम्पी वायरस जैसे लक्षण दिखने पर मवेशी को एक तरफ बांध कर रखा है ताकि जिससे अन्य मवेशी सुरक्षित रह सके। ग्रामीणों ने मांग की है कि टीका लगाया जाए।
देवास/सिया. ग्राम सिया में एक पशु मालिक के यहां एक गाय लम्पी वायरस के मिलते-जुलते लक्षणों से संक्रमित पाई गई। साथ ही एक आवारा मवेशी में भी लक्षण नजर आए हैं जिससे किसानों की ङ्क्षचता बढ़ गई है। गाय का उपचार डॉ विजय सोलंकी द्वारा किया। ग्राम सिया में अधिक संख्या में आवारा मवेशी इन दिनों नजर आ रहे हैं जिनके लम्पी के चपेट में आने का खतरा बना हुआ है।