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पुलिस ने बताया कि स्थानीय इतवारी बाजार निवासी पुजारी राजेन्द्र पांडेय (43) पिता रामशिरोमणी लोगों को ब्याज पर रकम देने का
काम करता है। वर्ष-2013 में सेवानिवृत्त लेखापाल खेलनराम हिरवानी ने जरूरत पडऩे पर उससे 10 फीसदी मासिक चक्रवृद्धि ब्याज की दर पर 2 लाख रुपए का कर्ज लिया था। इसके एवज में उसने पासबुक, एटीएम और चेक को अपने पास हस्ताक्षर कराकर रख लिया।
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कुछ दिनों बाद खेलन हिरवानी अपने जीपीएफ से 2 लाख रुपए निकालकर उसे वापस कर दिया। इसके बाद भी उसने पास बुक समेत अन्य दस्तावेजों को वापस नहीं किया। वह लगातार ब्याज के लिए डराने-धमकाने लगा। इसी दरम्यान सितंबर-2017 में खेलन राम सेवानिवृत्त हो गया। उसके खाते में ग्रेज्युटी के करीब 11 लाख रुपए जमा हुए।
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पुजारी राजेन्द्र पांडे ने मारूति विहार कालोनी
रायपुर निवासी अपने दामाद इंद्रकुमार (24) पिता कृपाशंकर तिवारी के साथ मिलकर 2 लाख रुपए के एवज में उससे 19 लाख रुपए की वसूली कर ली। प्रार्थी की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी ससुर एवं दामाद के खिलाफ धारा 384, 385, 424, 34 एवं छत्तीसगढ़ ऋणियों के हितों का संरक्षण अधिनियम की धारा 4 के तहत कार्रवाई की।