ऎसे कामों से बचे जो दर्द बढ़ाते हैं, जैसे वजन उठाने वाले काम। दर्द वाली जगह दिन में कम से कम चार बार बर्फ का सेंक करें। सूजन को कम करने के लिए घुटने को क्षमतानुसार ऊपर उठाकर रखें। घुटनों के बीच में तकिया रखकर सोएं।
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घुटनों में दर्द से राहत के लिए पीएस-150 सर्जरी उपलब्ध है। इससे प्रत्यारोपित घुटना प्राकृतिक घुटने की तरह काम करता है। अक्सर गठिया में कू्रसिएट लिगामेंट खराब हो जाते हैं और कैल्शियम डिपॉजिट होने से ऑस्टियोफाइट्स से घुटना पूरा नहीं मुड़ता। इस तकनीक में घुटना अपने विशिष्ट डिजाइन के कारण कू्रसिएट लिगामेंट की कार्यक्षमता पर निर्भर नहीं करता और पूरा मुड़ता है। इसे प्रत्यारोपित करते समय रोटेटिंग प्लेटफॉर्म व हाइली पॉलिश्ड कोबाल्ट क्रोम ट्रे को इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे प्रत्यारोपित घुटने की घिसने की गति व मात्रा कम हो जाती है। सर्जरी के बाद पैर 150-155 डिग्री तक घूम सकता है इसलिए इसे पीएस-150 सर्जरी कहते हैं।
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घुटने के दर्द में फिजियोथैरेपिस्ट, फिटनेस ट्रेनर व योग गुरू की मदद से राहत मिलती है। दर्द असहनीय हो तो विशेषज्ञ से परामर्श लें। डॉक्टर यदि सर्जरी की सलाह दें तो क्रॉस कंसल्ट जरूर करें। वैसे घुटने के दर्द में घरेलू उपाय भी लाभकारी होते हैं।
घुटनों में दर्द का कारण हडि्डयों का कमजोर होना है। धूप व विटामिन-डी की कमी और दूध न पीने से हडि्डयां कमजोर होती हैं। यही नहीं धूम्रपान या तंबाकू की लत से फेफ ड़ों, हडि्डयों व जोड़ों को नुकसान होता है।
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माना जाता है कि व्यक्ति दिन में दो गिलास दूध पीता है इसलिए हडि्डयों की बीमारी की आशंका कम होती है। लेकिन इन दिनों कई ऎसे मामले भी सामने आए हैं जब व्यक्ति दूध पर्याप्त मात्रा में पीता तो है मगर उसकी हडि्डयां कमजोर हो जाती हैं। लिहाजा ऎसे में गाय का दूध फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में पौष्टिक तत्व होते हैं।