
अब बिना ब्रेसिस दिखाए सही शेप में पाएं अपने दांत
परफेक्ट स्माइल के लिए दांतों का परफेक्ट शेप होना जरूरी है। दांतों को सीधा करने के लिए ब्रेसिस का उपयोग किया जाता है। इस इलाज में एक नकारात्मक पहलू यह है कि जब व्यक्ति इस प्रक्रिया से गुजर रहा होता है तो उसके इलाज के बारे में सभी को पता लग जाता है, क्योंकि दांतों में बांधों जाने वाले ब्रेसिस सभी को दिखते हैं।
कई लोग इलाज के दौरान ब्रेसिस दिखने से शर्म भी महसूस करते हैं और लोगों से मिलने में बचते हैं। लेकिन अब इसका भी समाधान हो गया है। ऑर्थोडॉन्टिस्ट (टेढ़़े-मेढ़े दांतों के विशेषज्ञ) इनविजिबल या लिंगुअल ब्रेसिस की सहायता से भी टेढ़े दांत सीधे कर रहे हैं।
प्लास्टिक प्लेट भी है बेहतर विकल्प
लिंगुअल ब्रेसिस ही नहीं प्लास्टिक प्लेट भी लोगों को बिना दिखाए दांतों को सीधा करने का बेहतर विकल्प है। इसमें भी पेशेंट के दांतों का नाप लेकर लैब में उसका मॉडल बनाया जाता है। मॉडल तैयार कर उसमें फिट होने वाली पारदर्शी प्लास्टिक प्लेट बनाई जाती है, जो बाद में मरीज को पहनाई जाती है। इसे पहनकर यह पता नहीं लगाया जा सकता कि पेशेंट का दांत सीधे करने का उपचार चल रहा है।
क्या है लिंगुअल ब्रेसिस
इंडियन ऑर्थोडॉन्टिक सोसायटी के राजस्थान चैप्टर, राजस्थान ऑर्थोडॉन्टिक स्टडी ग्रुप के एक्सपट्र्स ने बताया कि लिंगुअल ब्रेसिस में व्यक्ति के दांतों के पीछे ब्रेसिस लगाते हैं जिससे दांत भी सीधे हो जाते हैं और बे्रसिस भी नहीं दिखते। जिन लोगों को ब्रेसिस दिखाए बिना अपने दांत सीधे कराने हो उनके लिए यह फायदेमंद है। यहां कस्टमाइज्ड ब्रेकेट्स तैयार किए जाते हैं और उन पर लिंगुअ ब्रेसिस लगाकर टेस्ट किया जाता है। इसके बाद ऑर्थोडॉन्टिस्ट पेशेंट के दांतों में पिछली सतह पर बे्रसिस लगाते हैं। इस प्रक्रिया में करीब छह हफ्ते लगते हैं।
Published on:
22 May 2018 04:47 am
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