
Adenomyosis
तो हो जाएं अलर्ट
अगर आप माहवारी के दौरान अधिक दर्द और गर्भधारण न कर पाने की समस्या से जूझ रही हैं तो अलर्ट हो जाएं। ये लक्षण हैं एडीनोमायोसिस के हो सकते हैं। कई बार ये समस्या आनुवांशिक कारणों से भी होती है। ऐसे में लापरवाही न बरतें और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
एडीनोमायोसिस क्या है?
महिलाओं में होने वाली यह समस्या ज्यादातर 30 से 50 साल की उम्र के बीच होती है। इसमें गर्भाशय की अंदरुनी सतह जिसे एंडोमेट्रियम कहा जाता है, वह टूट जाती है। जिससे इस भाग में सूजन आ जाती है। इस स्थिति को मेडिकल भाषा में एडीनोमायोसिस कहते हैं।
रोग की वजह क्या है?
आनुवांशिक कारणों व खराब जीवनशैली के कारण यह परेशानी होती है।
इसके लक्षण क्या हैं?
माहवारी के दौरान अधिक दर्द और रक्तस्त्राव, पेट के निचले हिस्से में दर्द जो दवा से भी जल्दी ठीक नहीं होता व गर्भधारण न कर पाने जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
इसका पता कैसे चलता है?
उपरोक्त लक्षण दिखने पर स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। ऐसे में डॉक्टर पेट के निचले हिस्से की अल्ट्रासोनोग्राफी कराते हैं। अगर किन्हीं कारणों से रोग की स्थिति स्पष्ट न हो तो उस हिस्से की एमआरआई भी कराई जाती है।
उपचार
रोग की स्थिति व महिला की उम्र के मुताबिक इसका इलाज किया जाता है। यदि उसकी उम्र 40 साल से कम है और वह भविष्य में मां बनना चाहती है तो गर्भाशय के प्रभावित हिस्से को की-होल या लैप्रोस्कोपिक सर्जरी द्वारा निकाल दिया जाता है। इस सर्जरी में महिला को ज्यादा तकलीफ नहीं होती। साथ ही वह 2-3 दिनों में स्वस्थ होकर रोजमर्रा के काम कर सकती है। महिला की उम्र 40 वर्ष से अधिक होने पर सर्जरी से उसके गर्भाशय को निकाला जाता है।
बचाव के लिए क्या करें?
वजन नियंत्रित रखें। रोजाना योग व व्यायाम करें। दूध व दूध से बनी चीजें व फल आदि खाएं।
डॉ. ऊषा कुमार, स्त्री रोग विशेषज्ञ
Published on:
02 May 2019 12:16 pm
बड़ी खबरें
View Allरोग और उपचार
स्वास्थ्य
ट्रेंडिंग
लाइफस्टाइल
