इसमें आश्चर्य वाली बात ये भी है कि धनबाद के मनैटंड की सारी कुतियां मोहित को जानती हैं। बहुत कोशिश करने के बाद भी उसके माता-पिता उसकी इस आदत को छुड़वाने में कामयाब नहीं हो पाए। इसी डर के कारण वे मोहित को स्कूल नहीं भेजा गया। मोहित के पिता सुबेदार सिंह एक जूस की दुकान चलाते हैं, वहीं उसकी मां पिंकी कुमारी घरेलू सहायिका का काम करती हैं। मोहित की मां का कहना है कि एक बार मोहित गली के कुत्तों के साथ खेल रहा था। अचानक वह एक कुतिया का दूध पीने लगा। उसके बाद से जब भी उसे मौका मिलता है वह ऐसा करने लग जाता है।