दोनों छात्र भी बड़े आराम से पर्चा हल करते रहे, लेकिन उत्तरपुस्तिका सौंपने के कुछ देर पहले उन्हें इस गलती का अहसास हुआ। वीक्षकों को इसकी जानकारी दी गई तब तक देर हो चुकी थी। परीक्षा का समय समाप्त हो गया था।
अब विवि ने सुराना कॉलेज से इस मामले में जवाब मांगा है। विवि की ओर से सुराना कॉलेज को जारी हुए पत्र में विवि ने सख्त लहजे में लिया है कि क्यों न कॉलेज का परीक्षा केंद्र निरस्त कर दिया जाए।
इस पत्र के बाद कॉलेज प्रबंधन भी हरकत में आ गया है, और समस्त पर्यवेक्षक और वीक्षकों ने गलती का स्पष्टीकरण तलब किया है। हालांकि इस सब के बीच अब तक यह निर्णय नहीं हो पाया है कि गलत पर्चा हल करने वाले दोनों विद्यार्थियों का आगे क्या होगा। विवि ने अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है।
इस तरह हुई वीक्षकों से गलती
१२ मार्च को बीए और बीकॉम द्वितीय वर्ष हिंदी का पेपर अलग-अलग समय में लिया गया। पहली शिफ्ट में बीकॉम के विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि दोपहर ३ बजे से बीए। सुराना कॉलेज ने बीए में हिंदी का पर्चा हल करने आए सभी विद्यार्थियों को तो सही प्रश्न-पत्र दिया, लेकिन दो छात्रों को पहली पारी में हुए बीकॉम हिंदी का पर्चा थमा दिया।
१२ मार्च को बीए और बीकॉम द्वितीय वर्ष हिंदी का पेपर अलग-अलग समय में लिया गया। पहली शिफ्ट में बीकॉम के विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि दोपहर ३ बजे से बीए। सुराना कॉलेज ने बीए में हिंदी का पर्चा हल करने आए सभी विद्यार्थियों को तो सही प्रश्न-पत्र दिया, लेकिन दो छात्रों को पहली पारी में हुए बीकॉम हिंदी का पर्चा थमा दिया।
अपना पर्चा नहीं होने के बावजूद दोनों छात्रों ने पूरे समय तक बीकॉम का पर्चा हल भी कर दिया। बाद में उनकी नजर प्रश्न-पत्र पर पड़ी तो परीक्षा केंद्र में हंगामा मच गया। दुर्ग विवि डॉ. एसके त्रिपाठी ने बताया कि गलत पर्चा हल करने वाले दो छात्रों की परीक्षा को लेकर कुलपति निर्णय लेंगे। फिलहाल इस मामले में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। संबंधित परीक्षा केंद्र को हिदायत दी है।