
नई दिल्ली। शादी-बारात से लेकर किसी भी शुभ काम में सोना पहनना शुभ माना जाता है। एक तरफ ये जहां व्यक्ति की रॉयलटी दिखाता है। वहीं हिंदू धर्म में सोने को एक पवित्र धातु माना जाता है। ऐसे में इसे धारण करने से व्यक्ति के घर में समृद्धि आती है। मगर अनजाने में हम सोना शरीर के किसी भी अंग में पहन लेते हैं। इससे फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। तो क्या है सोना धारण करने के नियम आइए जानते हैं।
1.ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कमर में कभी भी सोना धारण नहीं करना चाहिएा। इससे आपका पाचन तंत्र खराब होने का खतरा रहता है।
2.पैर में कभी भी सोने के गहने नहीं पहनने चाहिए। इससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इससे कंगाली छा सकती है।
3.विवाह या शुभ मौकों पर महिलाएं सोने का मांग टीका पहनती हैं। मगर सोने का कभी ताज या ऐसा गहना न पहने जो सीधे सिर पर रखा जाए। इससे मस्तिष्क में गर्म ऊर्जा प्रवाहित होती है। जिससे व्यक्ति को गुस्सा आ सकता है।
4.जिन लोगों की कुंडली में शनि ग्रह का प्रभाव ज्यादा है उन्हें भी सोना नहीं पहनना चाहिए। क्योंकि बृहस्पति और शनि की आपस में नहीं बनती है। इसे धारण करने से दुर्भाग्य आ सकता है।
5.जो लोग लोहे, कोयले या अन्य किसी काली धातु का व्यापार करते हैं उन्हें भी सोना नहीं पहनना चाहिए। ये चीजें शनि से संबंधित है। ऐसा करने पर बिजनेस में नुकसान हो सकता है।
6.तुला और मकर राशि के लोगों को कभी भी सोना नहीं पहनना चाहिए। क्योंकि सोना पहनने से उनका भाग्य कमजोर होता है।
7.जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति अच्छी स्थिति में नहीं है उन्हें भी सोना बिना परामर्श के नहीं पहनना चाहिए। ऐसे लोगों को सोने की पायल या बिछिया बिल्कुल नहीं पहननी चाहिए। इसे बृहस्पति देव का अपमान माना जाता है।
8.कुंंडली में चंद्रमा की स्थिति सही न होने पर भी सोना नहीं पहनना चाहिए। इससे मन की चंचलता और ज्यादा बढ़ती है।
9.मोटापे से परेशान लोगों को सोना नही पहनना चाहिए। ये मंगल ग्रह के प्रभाव को बढ़ाता है। इससे शरीर फूलने लगता है।
10.अपवित्र जगह पर सोना नहीं पहनकर जाना चाहिए। इससे धातु का अपमान होता है। ये दुर्भाग्य ला सकता है।
Updated on:
16 Nov 2019 04:58 pm
Published on:
16 Nov 2019 04:57 pm
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