30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

होली 2019:- होलाष्टक में नहीं करने चाहिए यह काम वरना पड़ जाएंगे किसी बड़ी मुसीबत में

होलाष्टक के समय इन कामों को करना प्रतिबंधित होता है। इसके कारण अशुभ प्रभाव उत्पन्न होता है जो आपको परेशानी में डाल सकता है।

2 min read
Google source verification

image

Nitin Sharma

Mar 13, 2019

होली 2019:- होलाष्टक में नहीं करने चाहिए यह काम वरना पड़ जाएंगे किसी बड़ी मुसीबत में

होली- 2019:- होलाष्टक में नहीं करने चाहिए यह काम वरना पड़ जाएंगे किसी बड़ी मुसीबत में

नई दिल्ली। होली से एक सप्ताह पहले होलाष्टक की शुरूआत हो जाती है। ज्योतिष के अनुसार, कहा जाता है कि ग्रहों की स्थिति में बदलाव के कारण होलाष्टक में कई तरह के काम करने वर्जित माने जाते हैं और यह भी कहा जाता है कि इस दौरान इन प्रतिबंधित कामों को करने से आप किसी बड़ी मुसीबत में पड़ सकते हैं। इन मुसीबतों का आसानी से हल निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है।

1.होलाष्टक के सप्ताह को धार्मिक तौर पर अशुभ माना जाता है और इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करने के लिए मना किया जाता है।

2.ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, होलाष्टक के दौरान किया गया कोई भी शुभ काम व्यक्ति के जीवन को कष्ट और पीड़ा में डाल सकता है।

3.होलाष्टक के समय किसी का विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण जैसे शुभ कार्यों को करना वर्जित होता है साथ ही कोई भी नए काम की शुरूआत भी इस समय नहीं करनी चाहिए।

4.होलाष्टक के दौरान हुए विवाह कार्यों में आजीवन रिश्तों में अस्थिरता बनी रहती है और यह रिश्ते जल्दी टूट जाते हैं साथ ही घर में अशांति, दुःख एवं क्लेश का वातावरण रहता है।

यह भी पढ़ें- होली 2019 : होली दहन के दौरान अग्नि में डाल दें यह चीज़, जल्दी ही चमक जाएगी किस्मत

5.होलाष्टक का समय इसलिए अशुभ माना जाता है क्योंकि इस दौरान प्रह्लाद के पिता हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र का भगवान से मोह भंग करने के लिए उन्हे कई यातनाएं दी थी।

6.हिरण्यकश्यप ने भक्त प्रह्लाद को जान से मारने के कई प्रयास किए लेकिन उसकी रक्षा स्वयं भगवान विष्णु ने की और प्रह्लाद को हिरण्यकश्यप से बचाया। इसी कारण होलाष्टक का समय अशुभ माना जाता है।

7.कहा जाता है कि होलाष्टक के दौरान किसी भी गर्भवती स्त्री को नदी-नाले पार करके कोई यात्रा नहीं करनी चाहिए इसका गलत असर उनके शिशु पर पड़ता है।

8.होलाष्टक के दौरान नवविवाहित स्त्रियों को अपने पिता के घर रहने की सलाह दी जाती है और साथ ही भूमि पूजन संबंधित कामों को करने से भी मना किया जाता है।

9.इस समय आपको अपने इष्ट देवी-देवताओं की पूजा करनी चाहिए जो शास्त्रों में अनिवार्य बताई गई है साथ ही आप उपवास और दान करके भी लाभ पा सकते हैं।