
चमेली का फूल दिलाएगा कैंसर से छुटकारा, इन बीमारियों में भी है असरदार
नई दिल्ली। आजकल ज्यादातर लोगों को कैंसर अपना शिकार बना रहा है। ऐसे में इससे बचने के लिए चमेली का फूल बहुत उपयोगी साबित होता है। ये न सिर्फ शरीर में कैंसर के बैक्टीरिया को फैलने से रोकता है, बल्कि कब्ज और डायबिटीज जैसी कई बीमारियों को भी ठीक करता है।
1.चमेली के फूल में टैनिन नामक समृद्ध घटक होता है जिसे एंटी-कैंसर गुणों वाला माना जाता है। यह कैंसर से जुडी सूजन या अल्सर कोशिकाओं के इलाज में सहायक होता है।
2.चमेली के फूलों में एंटी-ट्यूमर गुण होते हैं। इसकी चाय पीने से एंगुस्टिफोलियम लिनन के एथेनोलिक नामक तत्व मिलता है। जिससे ट्यूमर कोशिकाएं आगे नहीं बढ़ पाती है। नतीजतन ट्यूमर खत्म हो जाता है।
3.चमेली के फूलों में लिनालूल, बेंजोइक एसीटेट, इंडोल, सैलिसिलिक एसिड और अल्कॉइड होते हैं। ये सर्दी और बुखार से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
4.चमेली के फूलों की बनी चाय पीने से तनाव कम होता है। इससे दिमाग की नसें शांत होती है। इससे गुस्से पर भी नियंत्रण होता है।
5.पेट में मौजूद विषाक्त पदार्थों को दूर कर पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए भी चमेली का फूल बहुत उपयोगी साबित होता है।
6.चमेली के पौधे की पत्तियों का उपयोग करने से मुंह के बैक्टीरिया खत्म होते हैं। इससे मुंह की बदबू से छुटकारा मिलता है। इससे दांत भी मजबूत होते हैं।
7.चमेली के तेल का इस्तेमाल अरोमाथेरेपी के रूप में होता है। इसकी सुगंध दिमाग को रिलैक्स करने में मदद करती है।
8.अगर आपके शरीर में दर्द हो रहा है या मांसपेशियों में खिंचाव आ गया हो तो चमेली के तेल की मालिश फायदेमंद होती है।
9.चमेली के पौधे में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं। इसकी जड़ों को पानी में उबालकर पीने से डायबिटीज में राहत मिलती है।
10.चमेली के फूल का उपयोग हृदय को स्वस्थ रखने के लिए किया जा सकता है। इसमें मौजूद कैटेचिनएलडीएल-ऑक्सीकरण (LDL-oxidation) को रोकने में मदद करता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल बाहर निकलता है।
Published on:
11 Apr 2019 04:51 pm
बड़ी खबरें
View Allदस का दम
ट्रेंडिंग
