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छोटी दिवाली के दिन अकेले बैठकर करें इस मंत्र का जाप, छप्पर फाड़कर बरसेगा पैसा

छोटी दिवाली के दिन अगर आप पूजा के स्थान पर बैठकर अकेले में इस मंत्र का जाप कर लेते हैं तो आपके जीवन में कभी भी पैसों की कमी नहीं होगी और मां लक्ष्मी की कृपा से जमकर धन वर्षा का योग बनेगा।

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Vineet Singh

Nov 06, 2018

narak chaudas

छोटी दिवाली के दिन अकेले बैठकर करें इस मंत्र का जाप, छप्पर फाड़कर बरसेगा पैसा

दीपावली से एक दिन पूर्व छोटी दिवाली मनाई जाती है। इसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं क्योंकि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नराकसुर नाम के अत्याचारी राक्षस का वध किया था। छोटी दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से आपके ऊपर विशेष कृपा रहती है। छोटी दिवाली के दिन अगर आप पूजा के स्थान पर बैठकर अकेले में इस मंत्र का जाप कर लेते हैं तो आपके जीवन में कभी भी पैसों की कमी नहीं होगी और मां लक्ष्मी की कृपा से जमकर धन वर्षा का योग बनेगा।

1.नरक चतुर्दशी के दिन प्रात उठकर इन कामों को करने से साल भर के भीतर ही आपके सारे पाप नष्ट हो जाएंगे और शरीर के सभी प्रकार को रोगों से मुक्ति मिलेगी।

2.नरक चतुर्दशी वाले दिन सुबह सुर्योदय से पहले उठकर शरीर पर तिल के तेल से मालिश करने के बाद स्नान करना है और स्वच्छ वस्त्र धारण करने हैं।

3.इसके बाद पूजा वाले स्थान पर बैठकर मां लक्ष्मी की तिलक लगाएं और उन्हे याद करें एवं अपने माथे पर तिलक लगाकर इस मंत्र का जाप करें। मंत्र के जाप की एक माला यानी की 108 बार मंत्र का जाप करना है।

4.जिस मंत्र का जाप करना है वह इस प्रकार है-

ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:।


5.मां लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी है और इस मंत्र में मां लक्ष्मी के साथ विष्णु भगवान के नाम वासुदेव का भी उच्चारण होता है। इसलिए इस मंत्र का शांत मन से उच्चारण करना और भी ज्यादा असरकारक माना जाता है।


6.छोटी दिवाली के दिन के अलावा भी इस मंत्र का जाप बहुत ही शुभ माना जाता है। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु के इस विशेष मंत्र को प्रत्येक शक्रवार के दिन जपने से धन लाभ की प्राप्ति होती है।


7.ध्यान रखें कि जब भी इस मंत्र का जाप करें उस समय आपका मुख दिशा दक्षिण की तरफ होना चाहिए। क्योंकि कहा जाता है कि दक्षिण दिशा के तरफ मुख रखकर इस मंत्र का जाप करना ज्यादा शुभ और असरकारक माना जाता है।


8.अगर आप छात्र है और पढ़ते समय आपके मन में भटकाव रहता है मन केंद्रित नहीं होता तो उस समय आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए।

9.पढ़ाई के दौरान इसका जाप करने से आपके मन में चल रही हर जिज्ञासा समाप्त होती है और आप शांति से अपनी पढ़ाई में मन लगकर अध्यन कर सकते हैं।


10.इस मंत्र के उच्चारण से आपको बैकुंठ में स्थान मिलता है और मन के सभी गलत विचार और धारणाएं समाप्त होती हैं।