
धार्मिक तौर पर सुख-समृद्धि प्रदान करता है शंख, जाने इसकी 10 महत्वपूर्ण बातें
नई दिल्ली। हिन्दू धर्म के हिसाब से पूजा के समय शंख का इस्तेमाल विशेष तौर पर लाभ पहुंचाता है। वैदिक कार्यों में शंख बजाने से निकलने वाली ध्वनि सौभाग्य प्रदान करती है। शंख को भारतीय संस्कृति के हिसाब से मंगल कार्यो में इस्तेमाल किया जाता है। भगवान विष्णु ( Lord Vishnu ) की पूजा में शंख बजाने का अधिक महत्व माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि शंख से निकलने वाली ध्वनि सकारात्मक ऊर्जा का केन्द्र मानी जाती है।
1.धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शंख को बहुत ही पवित्र और मांगलिक महत्व से परिपूर्ण माना जाता है और इसे घर में रखने से पैसों की समस्या से छुटकारा मिलता है।
2.विभिन्न प्रकार के शंख होते हैं लेकिन सबसे अधिक महत्वपूर्ण और फ़ायदेमंद दक्षिणावर्ति शंख होता है जिसके प्रभाव से माता लक्ष्मी को भी प्रसन्न किया जा सकता है।
3.धार्मिक ग्रंथों में कहा जाता है कि देवी महालक्ष्मी और दक्षिणावर्ति शंख दोनों की ही उत्पत्ति समुद्र मंथन के वक्त हुई थी इसे सौभाग्य प्रदान करने वाला माना जाता है।
4.भगवान श्री विष्णु की पूजा के समय शंख की ध्वनि करने से वे बहुत जल्दी प्रसन्न और व्यक्ति के जीवन को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
5.रोज़ाना शाम के समय घर में शंख बजाने से घर में देवी देवताओं का निवास होता है और अमंगल दूर होता है साथ ही नकारात्मक शक्तियां प्रभावित नहीं करती।
6.शंख को जीत का प्रतीक मानते हैं और धार्मिक अनुष्ठान शुरू करने से पहले इसे बजाने से लाभ मिलता है और वातावरण शुद्ध होता है।
7.शंख बजाने से हवा, जल सभी पवित्र होते हैं और भगवान विष्णु की आरती से पूर्व और बाद में शंख बजाने से अधिक फायदा मिलता है।
8.घर के मंदिर में शंख की स्थापना करने का महत्व बताया गया है इससे घर की हर समस्या का निवारण होता है और मुसीबतों से लड़ने की शक्ति मिलती है।
9.जिस घर में रोज़ाना नियमित रूप से शंख बजाया जाता है वह घर हर प्रकार से सुख-समृद्धि से परिपूर्ण बनता है और वहां कभी भी परेशानियां नहीं आती हैं।
10.शंख में जल भरकर घर के हर कोने में छिड़कने से आर्थिक समस्या से छुटकारा मिलता है इसके अलावा ऑफ़िस में जल छिड़कने से व्यापार से जुड़ी समस्याएं दूर होती है।
Published on:
27 Jun 2019 11:07 am
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