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इस अहोई अष्टमी पर 31 साल बाद बन रहा है खास संयोग, इन लोगों को होगा सबसे ज्यादा फायदा

पुष्य नक्षत्र में अहोई अष्टमी के पड़ने से सभी राशि के लोगों को मिलेगा शुभ फल  

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ahoi ashtami

इस अहोई अष्टमी पर 31 साल बाद बन रहा है खास संयोग, इन लोगों को होगा सबसे ज्यादा फायदा

नई दिल्ली। संतान प्राप्ति और उनकी लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला अहोई अष्टमी का व्रत इस बार 31 अक्टूबर को पड़ रहा है। इस साल यह व्रत कई मायनों में शुभ है। क्योंकि ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस बार की अहोई अष्टमी में करीब 31 साल बाद एक खास संयोग बन रहा है। तो क्या है वो योग और किन लोगों के लिए होगा सबसे ज्यादा फायदेमंद आइए जानते हैं।

1.ज्योतिषविदों के अनुसार इस बार की अहोई अष्टमी पुष्य नक्षत्र में पड़ रही है। हिंदू धर्म में इस नक्षत्र को सबसे शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन व्रत रखने एवं गरीबों को दान देने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

2.जानकारों के मुताबिक 28 नक्षत्रों में से पुष्य नक्षत्र 8वें नंबर पर आता है। चूंकि हमारे ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियां हैं। ऐसे में कर्क एकमात्र ऐसी राशि ऐसी है जिसका स्वामी चंद्रमा है। लिहाजा अहोई अष्टमी का व्रत कर्क जातकों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होगा।

3.कर्क राशि की जो महिलाएं अहोई अष्टमी का व्रत करेंगी उनकी सारी मुसीबतें दूर होंगी। अगर वो इस दिन गरीबों को खीर, चावल व अन्य कोई सफेद चीजों का दान करें तो उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।

4.पंडित रवि दुबे के मुताबिक अहोई अष्टमी का पुष्य नक्षत्र में पड़ने की प्रक्रिया करीब 31 सालों बाद घटित हो रही है। चूंकि पुष्य नक्षत्र में व्रत के पड़ने से उस वक्त चंद्रमा किसी अन्य राशि का स्वामी नहीं होता है लिहाजा इस दौरान पूजा करने से सभी राशियों को अच्छा फल मिलता है।

5.इस बार अहोई अष्टमी में ये नक्षत्र 30 अक्टूबर की रात 3:50 मिनट पर लगेगा। इस दौरान अगर देवी दुर्गा व मां लक्ष्मी के सामने घी का दीपक जलाकर उनके किसी भी सिद्ध मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में खुशहाली आएगी।

6.पुष्य नक्षत्र 30 अक्टूबर से शुरू होकर अगले दिन 31 अक्टूबर को रात 2:30 मिनट तक रहेगा। इस दौरान दान—पुण्य करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होगी।

7.जो लोग धन प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें अहोई अष्टमी के दिन मां लक्ष्मी को सोने यां चांदी का एक व दो सिक्के चढ़ाने चाहिए। बाद में इस सिक्के को अपनी तिजोरी व रुपए रखने की जगह रख लेना चाहिए।

8.जो लोग निसंतान हैं उन्हें संतान प्राप्ति के लिए अहोई अष्टमी के दिन चांदी की 9 मोतियां लेकर उसे लाल धागे में पिरोकर अहोई माता को चढ़ाना चाहिए। बाद में उस माला को पूजा के स्थान पर रख देना चाहिए। इससे आपकी इच्छा पूरी होगी।

9.अगर आप सामर्थ्यवान नहीं हैं तो आप संतान पाने के लिए अहोई अष्टमी के दिन पारद शिवलिंग की पूजा करें और मां गौरी से पुत्र प्राप्ति की कामना करें।

10.जो लोग नया व्यापार या अन्य काम शुरू करना चाहते हैं व नया वाहन लेना चाहते हैं तो उनके लिए अहोई अष्टमी का दिन सबसे शुभ है। इस दिन उन्हें कांसे के बर्तन खरीदने चाहिए। इससे परिवार में समृद्धता बढ़ेगी।