कोहिमा की सर्द वादियां हो या दीमापुर की चहल पहल नगालैंड की चुनावी पटकथा तीन सी और दो एम तय कर रहे हैं। दिहाड़ी मजदूरों से लेकर बुद्धजीवी, राजनीतिक दलों से लेकर उनके नेता- समर्थक, चुनाव के प्रबंधकों से लेकर स्टार प्रचारक इन्हीं सी और एम के इर्दगिर्द अपनी बातें कह रहे हैं।