उन्होंने कहा कि भाजपा का यह कहना है कि सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास को लोग जुमला ही मानते हैं। अब अगर इतने महीनों के संघर्ष के बाद भी केंद्र सरकार किसान विरोधी कड़े क़ानूनों को वापस नहीं लेती है तो इसे सबका साथ सबका विकास को सिर्फ जुमला ही माना जाएगा। गरीब इंसान इस जुमले पर कैसे विश्वास करे।