आजकल सोशल मीडिया पर कुछ भी वायरल हो जाता है। कोई भी पोस्ट या तस्वीर, लेकिन किसी भी वायरल पोस्ट या तस्वीर में लोगों को अपनी समझदारी का इस्तेमाल कर के पता लगाना होता है कि यह सच है या झूठ। लेकिन परेश रावल के हाल ही में किए गए पोस्ट को देखकर लगता है कि उन्हें सही और गलत की पहचान नहीं है।
परेश रावल ने सोमवार को अपने ट्वीटर अकाउंट से पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की फोटो शेयर की, जिस पर कुछ पंक्तियां भी लिखी हुई थी। उस तस्वीर पर लिखा था, “मुझे पाकिस्तान ने अपने तरफ मिलाने की हर संभव कोशिश की! मुझे देश का हवाला दिया गया मुझे इस्लाम का हवाला दिया गया मुझे कुरान का हवाला दिया गया लेकिन मैंने अपनी मातृभूमि से कोई गद्दारी नहीं की क्योंकि अपने कर्तव्य से हटना मेरे धर्म और देश दोनों के लिए एक बदनामी की बात होती!”
इन पंक्तियों को पढ़कर किसी को भी समझ आ जाएगा कि ये फेक मैसेज है। यह कोट डॉक्टर कलाम का कहा या लिखा कोट है ही नहीं। लेकिन लगता है परेश रावल को यह समझ नहीं आया और उन्होंने इसे पोस्ट कर दिया। इसके बाद लोगों ने ट्विटर पर परेश रावल की क्लास लगा दी। जैसे ही यह पोस्ट हुआ, ट्विटर पर लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरु कर दिया।
एक यूजर जोस ने परेश से पूछा, “कोई खास वजह जो आपने ये झूठी तस्वीर पोस्ट की।” कुछ लोगों ने जहां उनसे इस बाबत सीधे सवाल पूछे वहीं कुछ ने उन्हें मूर्ख तक भी कह दिया।
एक यूजर राजीव ने परेश को लिखा कि, “यह ट्वीट आपने अभी तक डिलीट नहीं किया बावजूद इसके कि आपको इसकी सच्चाई मालूम हो गई है। इससे पता चलता है आपका इंटेंशन क्या है!”