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एर्दोगन को मिले थे 52.5 प्रतिशत वोट
दरअसल पिछले महीने रेसेप तइप एर्दोगन को चुनावों में बड़ी जीत हासिल हुई थी। एर्दोगन को 24 जून के राष्ट्रपति चुनाव में 52.5 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने अभी कल ही यानी सोमवार को राष्ट्रपति भवन में शपथ ली थी। शपथ ग्रहण समारोह में रूस के प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव, वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो और कतर के अमीर शेख तामीम बिन हमद अल थानी समेत कई विदेशी नेता और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया था।
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राष्ट्रपति को मिली है ये शक्ति
देश की नई कानून प्रणाली के तहत राष्ट्रपति एर्दोगन को कई बड़ी शक्तियां प्राप्त है। उन्हें संसदीय अनुमोदन के बिना उपाध्यक्षों, मंत्रियों, उच्च स्तरीय अधिकारियों और वरिष्ठ न्यायाधीशों को नियुक्त करने और हटाने का अधिकार भी होगा। राष्ट्रपति के पास संसद को भंग करने, कार्यकारी कार्य जारी करने और आपातकाल की स्थिति लागू करने की शक्ति भी होंगी। इस प्रकार देश के सर्वोच्च नेता एर्दोगन का अधिकार क्षेत्र बहुत बड़ा है।