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एआइसीटीई : इंजीनियरिंग में प्रवेश की बदली ‘कैमेस्ट्री’, छात्रोें को ऐसे मिलेगा फायदा

इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए अब सीनियर सैकंडरी कक्षा में कैमेस्ट्री विषय अनिवार्य नहीं होगा। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने शैक्षणिक सत्र 2021-21 में बीटेक और बीई में प्रवेश के लिए उक्त विषय की अनिवार्यता समाप्त कर दी है।

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एआइसीटीई : इंजीनियरिंग में प्रवेश की बदली 'कैमेस्ट्री', छात्रोें को ऐसे मिलेगा फायदा

AICTE: Engineering 'chemistry' changed

इंजीनियरिंग (Engineering) में प्रवेश के लिए अब सीनियर सैकंडरी कक्षा में कैमेस्ट्री विषय (Chemistry Subject in Senior Secondary Class) अनिवार्य नहीं होगा। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) (All India Council for Technical Education (AICTE))ने शैक्षणिक सत्र 2021-21 में बीटेक और बीई में प्रवेश के लिए उक्त विषय की अनिवार्यता समाप्त कर दी है। इस संबंध में सभी मान्यता प्राप्त तकनीकी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को एआईसीटीई ने सूचना भेजी है। इसी के साथ 2021-21 में एआईसीटीई रेगुलेशन 2021 भी लागू हो गया है। इसमें शिक्षक तथा छात्र से लेकर कॉलेज प्रशासन के लिए अलग-अलग नियम लागू हुए हैं। इस बार इंजीनियरिंग कॉलेजों में इस नए नियम के साथ ही प्रवेश प्रक्रिया आगामी सत्र से होगी। साथ ही नए नियमों से अन्य क्षेत्रों के छात्रों को इंजीनियरिंग में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। दरअसल, एआईसीटीई ने मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए फिजिक्स और गणित को अनिवार्य विषय माना है। वहीं, कैमिस्ट्री की जगह बायोटेक्नोलॉजी, बॉयोलॉजी, टेक्नीकल वोकेशनल, कम्प्यूटर साइंस, इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, इंफॉरमेटिक्स प्रैक्टिस, एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग ग्राफिक व बिजनेस स्टडीज विषय को शामिल किया गया है। बीटेक में प्रवेश के लिए १२वीं में इन विषयों के साथ ४५ फीसदी अंक होने भी अनिवार्य है। इसके अलावा प्लानिंग प्रोग्राम में फिजिक्स व गणित अनिवार्य होगा। वहीं, कैमेस्ट्री, इंजीनियरिंग ड्राइंग, कम्प्यूटर साइंस, बॉयोलॉजी तथा टेक्नीकल वोकेशनल में से कोई एक वैकल्पिक होगा। हालांकि आर्किटेक्चर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। कॅरियर काउंसलर डॉ. चन्द्रशेखर श्रीमाली ने बताया कि एआईसीटीई के इस निर्णय से अधिक छात्रों को इंजीनियरिंग करने का मौका मिलेगा। इसमें कैमेस्ट्री के अलावा दूसरे विषय को शामिल करना छात्रों के हित में साबित होगा। इससे अधिक छात्रों को इंजीनियरिंग से जोडऩा है।

एआईसीटीई की ओर से इस संबंध में सूचना मिली है। पहले 12वीं में गणित, फिजिक्स व कम्प्यूटर साइंस के विद्यार्थियों को प्रवेश में काफी परेशानी आती थी। अब इन विषयों के विद्यार्थियों को भी बीटेक व बीई में प्रवेश मिल सकेगा।
डॉ. यदुनाथ सिंह, डायरेक्टर एकेडमिक, बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय