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Patrika Impact : परिवहन निगम में 43 लाख के गबन में फंसे एआरएम अविनाश चन्द्र सस्पेंड

MST बनाने के नाम पर एम एस टी बनाने वाली एक प्राइवेट संस्था ट्राईमैक्स के कर्मचारियों की मिलीभगत से हुआ था 43 लाख 80 हजार 155 रुपए का गबन

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फैजाबाद : MST बनाने के नाम पर लाखों रुपए के गबन के मामले में आख़िरकार बड़ी कार्रवाई हुई है और इस पूरे मामले में परिवहन निगम फैजाबाद डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अविनाश चंद्र को दोषी पाया जाते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है . यह पूरी कार्रवाई परिवहन निगम के निदेशक पी गुरु प्रसाद की जांच में दोषी पाए जाने पर की गई है . वही गबन के मामले में आरोपी ए आर एम को निलंबन अवधि में मुख्य प्रधान प्रबंधक परिवहन मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध किया गया है . बताते चलें कि एम एस टी बनाने वाली एक प्राइवेट संस्था ट्राईमैक्स के कर्मचारियों की मिलीभगत से 43 लाख 80 हजार 155 रुपए का गबन किया गया था .

MST बनाने के नाम पर एम एस टी बनाने वाली एक प्राइवेट संस्था ट्राईमैक्स के कर्मचारियों की मिलीभगत से हुआ था 43 लाख 80 हजार 155 रुपए का गबन

जब यह मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया और परिवहन विभाग में गबन का मामला अखबारों की सुर्खियां बना तब प्रदेश मुख्यालय में बैठे परिवहन निगम के बड़े अधिकारियों ने इस घटना का संज्ञान लिया . जिसके बाद परिवहन निगम के निदेशक पी गुरु प्रसाद ने इस पूरी गबन की घटना का की जांच की और पूरे प्रकरण में प्रथम दृष्टया परिवहन निगम फैजाबाद डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अविनाश चंद्र को लाखों रुपए के गबन करने और अन्य आरोपों में दोषी पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई की संस्तुति की . बताते चलें कि परिवहन विभाग में लाखों रुपए गबन के मामले को पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था . जिसके बाद विभाग के आला अधिकारियों ने मामले की जांच की और रोडवेज ए आर एम अविनाश चंद्र को दोषी पाया है . फिलहाल गबन के आरोपी सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक को परिवहन मुख्यालय लखनऊ से सम्बद्ध किया गया है वही फैजाबाद में ए आर एम की जिम्मेदारी अभी किसी अन्य को नहीं दी गई है .